जिले में रविवार को कोरोना के सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 170 नए मरीज मिले। सबसे ज्यादा संक्रमण छह ब्लॉक में फैला। शहर में महज 7 लोग संक्रमित मिले। मायागंज अस्पताल के दो कर्मचारी, सेंट्रल जेल का एक युवक, मशाकचक और छोटी खंजरपुर में 1-1 युवक और अलीगंज में दो युवक संक्रमित हुए। सुल्तानगंज थाने की एक महिला पुलिस, रेफरल अस्पताल की एक महिला व एक पुरुष वर्कर और सबौर पीएचसी की एक आशा भी पॉजिटिव मिली। अब संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2914 हो गई है। इस बीच 12 मरीजों ने कोरोना से जंग भी जीत ली। सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया। नए मरीजों के मिलने और ठीक होने के बीच अच्छा यह है कि जिले में संक्रमितों के स्वस्थ होने का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। आंकड़े बताते हैं, अब तक मिले 2914 संक्रमितों में 61 फीसद यानी 1785 मरीजों ने कोरोना को मात दे दी है। मायागंज अस्पताल और कोविड केयर से अब तक 975 मरीजों डिस्चार्ज होकर घर लौटे तो होम आइसोलेशन में रह रहे 810 मरीजों ने भी कोरोना को हराया है। हालांकि मौतों का आंकड़ा इस बीच बढ़कर 40 हो चुका है।
दरअसल, 4 अप्रैल को जिले में कोरोना का पहला संक्रमित नवगछिया में मिला था। इसके बाद 15 अप्रैल से 5 जून तक मरीजों की संख्या बढ़कर 226 हुई। लेकिन संक्रमण की रफ्तार कम थी। लेकिन 1-31 जुलाई तक संख्या बेतहाशा बढ़ी और नए 2115 मरीज मिले। सबसे ज्यादा 25 जुलाई को 149 मरीज मिले थे। लेकिन ठीक होने वालों की संख्या भी बढ़ती रही। नतीजा, अब तक 1785 मरीजों ने कोरोना को हराया।
इसलिए बढ़ने लगा रिकवरी रेट
आइसोलेशन वार्ड के नोडल अधिकारी डॉ. हेमशंकर शर्मा ने बताया, शुरुआती समय में अधिकतर मरीज बाहर से आए थे। इनमें अधिकतर युवा और स्वस्थ थे, इसलिए प्रदेश में रिकवरी रेट में ग्रोथ हो रहा था। बाद में स्थानीय स्तर पर मरीज मिले तो बुजुर्ग और क्रॉनिक डिसीज से ग्रस्त मरीजों की मौतें भी हुईं। रिकवरी भी घटी। अब अस्पताल में व्यवस्थाएं बदली हैं। कुछ इंजेक्शन भी भेजे गए। लॉकडाउन भी हुआ तो लोगों की आवाजाही घटी और रिकवरी रेट बढ़ने लगे।
12 मरीज हुए स्वस्थ, डिस्चार्ज
काेविड केयर सेंटर से रविवार को शहर के 5 और ग्रामीण अंचल के 7 मरीजों ने कोरोना को हराया। सुरखीकल के मनीष कुमार, आदमपुर के अंशु, भीखनपुर के सुनील कुमार सुमन, बड़ी खंजरपुर की पूजा व गीता चौधरी, कहलगांव के राहुल कुमार, पवन चौधरी, नवगछिया के अरुण कुमार, अजय कुमार व राजकुमार, नाथनगर का एक युवक, घोघा के बबलू मंडल को डिस्चार्ज कर दिया गया।
कहलगांव में तीन पॉजिटिव, कंटेनमेंट जोन पर विवाद
कहलगांव में बस स्टैंड के पास की एक महिला, ओगारी गांव का एक युवक और एनटीपीसी के जीवन ज्योति अस्पताल में हुई जांच में भी एक पॉजिटिव मिला है। इस बीच मथुरापुर पंचायत के एनटीपीसी कर्मचारी के संक्रमित होने के बाद कंटेनमेंट जोन बनाने पर विवाद भी शुरू हो गया है। प्रशासन ने मथुरापुर के वार्ड-7 को कंटेनमेंट जाेन बनाने की कोशिश की तो पंच, पंचायत समिति सदस्य समेत मुखिया जयनाथ महतो ने एसडीएम को आवेदन दिया। इसमें कहा कि संक्रमित का मूल निवास पंचायत में है, लेकिन वह स्थायी रूप से एनटीपीसी कॉलोनी में ही रहता है। ऐसे में पंचायत में कंटेनमेंट जोन बनाना ठीक नहीं।
सुल्तानगंज में 7, खरीक में 4, बिहपुर में 2 नए मरीज
सुल्तानगंज रेफरल प्रबंधक चंदन कुमार ने बताया, सुल्तानगंज थाने की एक महिला पुलिस, अस्पताल की एक महिला व एक पुरूष हेल्थ वर्कर, असियाचक की 1 महिला, 1 युवक, कमरगंज और दुधैला मोहल्ला में 1-1 युवक संक्रमित हुए हैं। इधर, डॉ. नीरज कुमार सिंह व डॉ संत कुमार निराला बताया, खरीक के तुलसीपुर में 1 व तेलघी के तीन लोग संक्रमित हुए हैं। विक्रमपुर व मड़वा के 1-1 युवक भी पॉजिटिव मिले।
नारायणपुर में 1, सबौर में आशा समेत 2 पॉजिटिव
नारायणपुर में सिंहपुर पूरब पंचायत के मधुरापुर बाजार का 1 किशोर पॉजिटिव हुआ है। वह तीन दिन पहले ही दिल्ली से आया है। सबौर में मिरजान का युवक और सबौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की आशा पॉजिटिव हुई है। वह सरधो गांव की रहने वाली है।
अभी संयमित रहिए
अब जांच अधिक हो रही है, पर मरीज कम मिल रहे हैं। लॉकडाउन का कुछ लाभ जिले को मिला है। लोग अभी संयमित रहें तो यह संख्या और कम होगी।
- डॉ. विजय कुमार सिंह, सीएस
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