गढ़हरा के ठकुरीचक स्थित एसबीआई के मिनी ब्रांच में 6 की संख्या में आए अपराधियों ने दिनदहाड़े 5 लाख नगद, डेढ़ लाख रुपए से अधिक मूल्य का सोने की चैन, तकरीबन आठ मोबाइल, बैंक के सीसीटीवी कैमरे का हार्ड डिस्क व अन्य सामान लूट कर फरार हो गए।
बैंक में प्रवेश के बाद तकरीबन 20 मिनट तक अपराधी बैंक के अंदर लूटपाट एवं बैंक कर्मियों के साथ मारपीट करते रहे। लेकिन बैंक के बाहर लोगों को घटना की भनक तक नहीं लगी। बाद में अपराधी बैंक के कर्मियों के साथ सभी ग्राहकों को शौचालय में बंद कर गेट के बाहर नकली बम रख कर कहा कि यदि गेट खोलने का प्रयास किया तो बम स्वत: ब्लास्ट कर जाएगा। लुटेरों ने बैंक के कर्मचारियों से मारपीट भी की
महिला का कैश जमा करने से मना करने के कारण लुटने से बच गए तीन लाख
घटना के कुछ समय पूर्व बैंक की ही एक महिला ग्राहक अपने सेविंग अकाउंट में 3 लाख रुपए कैश जमा करने आई थी। बैंक के कैश इंचार्ज मनोज कुमार के अनुसार उक्त महिला ग्राहक का अकाउंट पैन कार्ड से नहीं जुड़ा था। जिस कारण इतनी मोटी रकम उसके अकाउंट में एक बार में जमा करने से उन लोगों ने इंकार कर दिया था। कैश जमा नहीं लेने को लेकर उक्त महिला ग्राहक ने थोड़ी बहुत कर्मियों से बात भी की थी। लेकिन घटना के कुछ ही मिनट पूर्व वह वहां से अपना रुपया लेकर निकल गई थी। वरना उस राशि की भी लूट हो जाती।
मकान मालिक के कैमरे में हुआ कैद
लेकिन बैंक में लगे सीसी टीवी कैमरा के अतिरिक्त बैंक के नीचे मकान मालिक द्वारा लगाए गए व्यक्तिगत सीसी कैमरा के अलग होने का अंदाजा अपराधी को नहीं था। लेकिन बैंक में अपराधियों के आने एवं लूट की घटना को अंजाम देने के बाद रुपए से भरे बैग एवं सीसी टीवी कैमरा के हार्ड डिस्क सहित अन्य सामान लेकर बैंक से जाते हुए इन अपराधियों की तमाम एक्टिविटी इस सीसी टीवी कैमरा में रिकॉर्ड हो चुकी है। अब पुलिस इसी सीसी टीवी कैमरा के फुटेज से अपराधियों की पहचान में जुट गई है।
6 अपराधियों के अलावा अन्य लाइनर के भी होने की आशंका
हालांकि सीसीटीवी फुटेज के अनुसार 6 की संख्या में अपराधियों के बैंक में घुसने की प्रथम दृष्टया पुष्टि हुई है। लेकिन ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अपराधियों के बैंक के भीतर घुसने के पूर्व लाइनर बैंक में गया था। बैंक के अंदर से उसके संकेत मिलने एवं उसके बैंक परिसर से निकलने के बाद ही अपराधी बैंक में प्रवेश किया।
दरअसल सीसीटीवी फुटेज के अनुसार दो-दो की संख्या में अलग-अलग तीन बाइक से बारी बारी से अपराधी बैंक परिसर के मुख्य गेट तक तो आते हैं। इसके पूर्व एक युवक बैंक के अंदर प्रवेश करता है। फिर कुछ ही समय बाद वह बैंक से निकलकर अपनी बाइक से वहां से चलता बनता है।
दूसरी ओर काफी समय तक इनमें से कुछ अपराधी के मुख्य द्वार एवं बाहर सड़क के किनारे खड़ा होकर किसी का इंतजार करते रहते हैं। फिर उक्त युवक के बैंक से बाहर जाने के बाद सभी एक साथ बैंक में प्रवेश करते हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि वही युवक लाइनर था जो बैंक के अंदर जाकर अंदर की स्थिति को भांप कर एवं अन्य संकेत देख कर वहां से चलता बना।
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