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छात्र राजद के कार्यकर्ताओं ने एसटेट रद्द करने पर राज्य सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल https://ift.tt/2AMBtuD

माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2019 (एसटेट) का रिजल्ट घोषित करने को लेकर छात्र राजद के कार्यकर्ताओं ने सीएम का पुतला फूंका। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने कहा यदि सरकार छात्रहित में निर्णय नहीं लेती है तो व्यापक ढंग से आंदोलन किया जाएगा। आक्रोश व्यक्त करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि वर्तमान सरकार विद्यार्थियों के भविष्य से खेलने का कार्य कर रहा है। संगठन विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने देगा। नेतृत्व विश्वविद्यालय अध्यक्ष रजनीश यादव ने किया।

पूर्व विश्वविद्यालय अध्यक्ष भीम यादव ने कहा कि बिहार बोर्ड के द्वारा बिना कारण बताए एसटेट की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। 28 जनवरी को परीक्षा संचालित किया गया था। परीक्षा के लिए शहर में सात केंद्र बनाए गए थे। चार महीने से परीक्षार्थी रिजल्ट को लेकर टकटकी लगाए हुए थे। इधर, बिना कारण बताए परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।

सीएम ने कहा था कि मई के अंतिम सप्ताह तक बिहार के सभी पंचायतों के हाई स्कूलों में एसटेट से उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नियोजन करा लिया जाएगा। सरकार ने शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए सभी पंचायतों में हाई स्कूल खोलने का आश्वासन दिया था। परन्तु न तो शिक्षकों को बहाल कराया गया और न ही विद्यालय खुले। सरकार जल्द से रिजल्ट घोषित करे।

28 जनवरी को शहर के सात केंद्रों पर ली गई थी परीक्षा, हजारों परीक्षार्थियों ने दी थी पात्रता परीक्षा

विश्वविद्यालय अध्यक्ष रजनीश यादव ने कहा कि बिहार सरकार सीटेट दिसंबर में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्षक के नियोजन में शामिल नहीं कर रही है। संगठन यह मांग करता है कि वैसे अभ्यार्थियों को नियोजन मेंमौका दिया जाए। मालूम हो कि डीएलएड कोर्स से उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को विगत 15 जून से नियोजन में शामिल करने के लिए फॉर्म भरवाया जा रहा है। छात्र नेता अरविंद यादव ने कहा कि रिजल्ट प्रकाशन को लेकर हमलोग आश लगाए हुए थे सरकार द्वारा बिना किसी आधार के परीक्षा को स्थगित कर दिया गया। अब हम सभी अभ्यार्थियों को समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करे? पुतला दहन में मोहम्मद ताहिर, गांगुली यादव, दीपक, सुमित, पंकज एवं पटेल पासवान सहित कई शामिल थे।
परीक्षार्थियों का आरोप- एक तो देर से ली जाती है परीक्षा, फिर हो जाती रद्द
28 जनवरी को शहर के सात केंद्र पर एसटेट हुई थी। इस परीक्षा में हजारों परीक्षार्थी शामिल हुए थे। हर प्रसाद दास जैन कॉलेज, जैन स्कूल, जिला स्कूल, टाउन इंटर स्तरीय प्लस टू उच्च विद्यालय, राजकीय गर्ल्स प्लस टू उच्च विद्यालय, एसबी कॉलेज एवं हित नारायण क्षत्रिय प्लस टू उच्च विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। इधर परीक्षा स्थगति होने से परीक्षार्थियों में भी सरकार के प्रति रोष उत्पन्न हो रहा है। परीक्षार्थियों का कहना है कि एक तो प्रदेश में इतनी देरी से कोई भी परीक्षा होती है। उसे भी नतीजा देने से पहले सरकार रद्द कर देती है।



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Students RJD activists raised questions on the state government's work on cancellation of acetate


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