इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन क्षेत्र की कंपनी लॉर्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) में टॉप मैनेजमेंट ने अपनी सैलरी में भारी-भरकम कटौती की है। दिलचस्प बात यह है कि कंपनी के चेयरमैन ए.एम. नाइक की तुलना में उनके एमडी और सीईओ की सैलरी 10 गुना ज्यादा है। यह जानकारी कंपनी की सालाना रिपोर्ट से मिली है।
कोविड-19 की वजह से घटी सैलरी
सालाना रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना की वजह से खर्च कम करने के लिए कंपनी के शीर्ष अधिकारियों की सैलरी में भारी-भरकम कटौती की गई है। कंपनी के ग्रुप चेयरमैन ए.एम. नाइक की सैलरी 2019-20 में 6.18 करोड़ रुपए सालाना रही है। उसके पहले के साल 2018-19 में यह 8.15 करोड़ रुपए थी। इस तरह से 24 प्रतिशत से ज्यादा कटी है।
सीईओ का सैलरी 44 प्रतिशत घटी
रिपोर्ट के अनुसार एलएंडटी के सीईओ और एम.डी. एस.एन. सुब्रमण्यन की सैलरी 2019-20 में 27.17 करोड़ रुपए सालाना रही है। 2018-19 की तुलना में इसमें 44 प्रतिशत की कटौती की गई है। उस साल में यह सैलरी करीबन 50 करोड़ रुपए थी। रिपोर्ट के मुताबिक, सैलरी मेंकमी मुख्य रूप से लागत में कमी करना है। हालांकि सैलरी में कटौती सभी ईडी और सीईओ ने अपनी मर्जी से किया है।
ईडी ने इंटाइटल्ड कमीशन में 50 प्रतिशत की कमी की
कोरोना की वजह से हाल के समय में कई कंपनियों के सीईओ ने इस तरह का फैसला किया है। दूसरी ओर कर्मचारियों की औसत सैलरी मामूली रूप से 2019-20 में 4.70 प्रतिशत बढ़ी है। कंपनी के ईडी ने इंटाइटल्ड कमीशन में 50 प्रतिशत की कमी की है। कंपनी के सीईओ आर शंकर रमन की सैलरी 47.33 प्रतिशत कटी है। यह 13.20 करोड़ रुपए रही है। सीनियर ईवीपी शैलेंद्र राय की सैलरी में 53 प्रतिशत की कटौती हुई है। इनकी सैलरी 2019-20 में 6.63 करोड़ रुपए रही है।
ईवीपी की सैलरी 36 से 39 प्रतिशत घटी
रिपोर्ट के अनुसार, ईवीपी डी.के. सेन की सैलरी 36.15 प्रतिशत कम होकर 4.46 करोड़ रुपए रह गई है। ईवीपी एम.वी. सतीश की सैलरी 38.41 प्रतिशत घटकर 5.77 करोड़ रुपए रह गई है। इसी तरह जे डी पाटिल की सैलरी में 38.91 प्रतिशत की कटौती की गई है। इनकी सैलरी 5.08 करोड़ रुपए 2019-20 में रही है।
जमीन अधिग्रहण के सुधारों को लागू करे सरकार
कंपनी के चेयरमैन ए.एम नाइक ने सरकार से अपील की है कि सरकार जमीन अधिग्रहण के सुधारों को जल्द से जल्द लागू करे। यह बहुत समय से लंबित मामला है। नाइक ने कहा कि इस समय चीन और भारत के साथ सीमा पर जो चल रहा है, ऐसे समय में बाहरी निर्भरता को कम करने का यह सही अवसर है। यह देश और देश के उद्योग के लिए आत्मनिर्भर बनने का अच्छा माहौल है।
पीएम केयर्स फंड में दिया 150 करोड़ रुपए
एलएंडटी ने प्रधानमंत्री केयर्स फंड में 2019-20 में 150 करोड़ रुपए का योगदान दिया है। साथ ही इसने मेडिकल उपकरणों के लिए 40 करोड़ रुपए राज्यों को दिया है। कंपनी के पास 1.60 लाख कांट्रैक्ट कर्मचारी हैं जो विभिन्न प्रोजेक्ट पर हैं। कंपनी ने कहा है कि कर्मचारियों को कोविड से बचाने और अन्य सुविधा पर 500 करोड़ रुपए प्रति महीने खर्च हो रहा है।
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