शहर निवासी नरेद्र वर्णवाल की जीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में इलाज के अभाव में मौत हो गई। वह सोमवार को भर्ती हुए थे। वार्ड में भर्ती होने के बावजूद उनके इलाज के लिए डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी तक नहीं आते थे। नरेंद्र के दो दिन पूर्व का आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होने के बाद फेसबुक पर लाइव वीडियो ने जीएमसीएच की लचर व्यवस्था की पोल खोल दी। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म है। फेसबुक लाइव में नरेद्र यह कह रहाे हैं कि डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी उसे देखने तक नहीं आते। नरेन्द्र की मौत के बाद सोशल मीडिया पर तेजी से हो रहे उसके लाइव को लेकर जिला प्रशासन, जीएमसीएच प्रशासन व राजनेताओं के प्रति तमाम लोगों में आक्रोश का माहौल है।
ना कोई इलाज करने आता हैना ही नेमोलाइजेशन करने
वीडियो में नरेंद्र कह रहे हैं कि गुड मॉर्निंग फ्रेड्स! कल मैं बेतिया कोविड वार्ड में भर्ती हुआ हूं। ना यहां कोई इलाज करने आता है, ना कोई इंजेक्सन लगाने आता है व ना ही कोई नेमोलाइजेशन करने आता है। पचास बार चिल्लाओ तो कोई आता है। नहीं तो वो भी नहीं आता है। सरकार कहती है यहां इलाज की सारी व्यवस्थाएं हैं। पर ऐसा कुछ नहीं है। रात में कुत्ते घूमते रहते हैं। वार्ड की व्यवस्था को लेकर नरेंद्र इतना डर गए थे कि वे फेसबुक लाइव में कह रहे हैं कि इस वीडियो को अधिक से अधिक वायरल करें, मेरी जान बचा लिजिए दोस्तों। उसके बाद दूसरी बार लाइव होने की बात नरेंद्र ने की, लेकिन इसके पहले ही उसकी मौत हो गई।
चौबीस घंटे में दो संक्रमितों ने तोड़ा दम, आइसोलेशन वार्ड में भर्ती तीन कोरोना पीडितों की हालत बनी हुई है नाजुक
नरेंद्र दोबारा लाइव आते, इससे पहले हो गई मौत
नरेंद्र ने अस्पताल की साफ-सफाई की व्यवस्था की पोल खोली। नरेंद्र कह रहा कि इन सभी को फिर लाइव होकर दिखाउंगा। दोबारा लाइव अाते, वार्ड की लचर व्यवस्था सामने आती, उससे पहले ही नरेंद्र की मौत हो गई।
नरेंद्र की मौत नहीं हुई है, सिस्टम ने उसकी हत्या की
नरेंद्र की मौत के बाद लोगों में भारी गुस्सा है। मनावाधिकार कार्यकर्ता अजय कुमार सहित अन्य लोगों का कहना है कि नरेंद्र की मौत नहीं हुई है। सिस्टम ने उसकी हत्या की है। जिला प्रशासन व जीएमसीएच प्रशासन जिम्मेवार हैं।
जिले में कोरोना के अभी भी 515 केस हैं एक्टिव
गुरूवार को 53 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 24 घंटे के अंदर कोरोना से दो लोगों की मौत हो गई है। जीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती तीन कोरोना पॉजिटिवों की हालत नाजुक बनी हुई है। अभी 515 एक्टिव हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद जीएमसीएच पहुंचकर जिला प्रशासन की टीम भी जांच की है। व्यवस्था में किसी तरह की कमी नहीं पाई गई। साफ-सफाई भी बेहतर मिली है। मरीज की हालत गंभीर थी।
कुंदन कुमार जिलाधिकारी, बेतिया
मरीज ने इंजेक्शन लेने से किया इनकार : विभाग
नरेंद्र वर्णवाल की मौत के बाद जीएमसीएच प्रशासन ने प्रेस नोट जारी कर मरीज के द्वारा लगाए आरोप का खंडन किया है। कहा है कि मरीज 20 जुलाई को सांस लेने व मधुमेह की बीमारी को लेकर आईसोलेशन वार्ड में भर्ती हुआ था। वार्ड में तैनात डॉक्टर व स्वास्थ्य जब इंजेक्शन लेने की बात कहते थे, तो वह इंजेक्शन लेने से इनकार कर देता था। कहता था बीएस टेबलेट खाने से ठीक हो जाएगा। मरीज अपने जिद के कारण यह सब हुअा।
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