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कोरोना संक्रमित 5 से 7 फीसदी मरीजों में ही हार्ट की समस्या https://ift.tt/31CRD4q

कोरोना संक्रमित पांच से सात फीसदी मरीजों में हार्ट से संबंधित समस्या देखी जा रही है। मरीज की रक्त नली में खून का थक्का जमा होने से हृदयघात, हार्ट फेल्योर और पक्षाघात हो सकता है। यही खून का थक्का फेफड़े की रक्त नलिकाओं में जमा हो जाता है, तो मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है। इसके अलावा कोरोना वायरस हृदय की मांसपेशियों को कमजोर कर देता है। इससे हार्ट फेल्योर और कार्डियोमायोपैथी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

कोरोना संक्रमण से हृदय गति की अनियमितता भी देखी जा रही है। हृदय की गति कम होने पर मरीज को पेसमेकर की आवश्यकता हो सकती है। ये बातें कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (बिहार शाखा) की ओर से शनिवार को आयोजित अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में इंग्लैंड (लीड्स यूनिवर्सिटी) के डॉ. आशीष कुमार ठाकुर ने कहीं। क्षणिक बेहोशी (सीनकोप) पर आईजीआईसी के पूर्व निदेशक डॉ. एसएस चटर्जी ने चर्चा की।

ऐसी समस्या हाेने में लगता है समय
आईजीआईसी की इमरजेंसी के प्रभारी व वरीय हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एके झा ने कहा कि विदेशों में फिलहाल पोस्ट कोविड इस तरह की समस्या मरीजों में देखी जा रही है। खासकर इंग्लैंड और अमेरिका में। वहां कोरोना का संक्रमण पहले शुरू हुआ था और अब इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं।

वहां इसे लांग कोविड नाम दिया गया है। डॉ. झा की मानें तो अमूमन इस तरह की समस्या तुरंत नहीं आती है। इसमें समय लग सकता है। यहां अभी इस तरह के मामले नहीं आ रहे हैं। पर यहां के हृदय रोग विशेषज्ञों को भी तैयार रहना होगा। आईजीआईसी में अप्रैल से जुलाई के दौरान करीब 20 ऐसे हार्ट के मरीज आए जो कोरोना पॉजिटिव थे। कोरोना की जांच निगेटिव आने पर उनका इलाज किया गया।

डायग्नोसिस में सदियों पुराने तरीके भी कारगर
सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. बीपी सिंह ने कहा कि मशीनीकरण के इस युग में सभी बीमारियाें का निदान अत्याधुनिक मशीन पर निर्भर होता है। जबकि सदियों पुराने तरीके अब भी हृदय रोग के डायग्नोसिस में अहम भूमिका निभाते हैं। वेबिनार में आईजीआईएमएस में कार्डियोलॉजी विभाग के हेड डॉ. बीपी सिंह, सोसाइटी के उपाध्यक्ष डॉ. एके झा, चेयरमैन डॉ. प्रभात कुमार, डॉ. आरके अग्रवाल, डॉ. बीबी भारती, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. निशांत त्रिपाठी, डॉ. एएन राय, डॉ. बीपी ठाकुर, डॉ. कमलेश तिवारी. डॉ. अभिनव भगत, डॉ. डीपी सिंह आदि ने शिरकत की और अपने विचार रखे।



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