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बिना जुलूस अखाड़े के ही कर्बला में किया गया नवादा के 63 ताजिये का पहलाम https://ift.tt/3hOZyBp

कोरोना संकट को लेकर जारी गाइडलाइन के अनुसार प्रशासनिक देख-रेख में सोमवार को मोहर्रम त्यौहार शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। नवादा शहर के मंगर बीघा स्थित कर्बला के मैदान में नवादा शहर और आसपास के 63 ताजिए के अवशेष का पहलाम कराया गया।

सबसे अंत में नवादा बड़ी दरगाह के ताजिए की मिट्टी कर्बला पहुंची इसके बाद मोहर्रम का शोर शांत हो गया। मोहर्रम के दौरान ऐसा पहली बार हुआ, जब बिना जुलूस अखाड़ा के ही ताजिए का पहला कराया गया। इससे पहले ताजियादारों ने आकर्षक ताजिया का निर्माण कर इमामबाड़े पर रखा था।

सोमवार की सुबह से ही इमामबाड़े से ताजिए का निकलना शुरू हो गया और दोपहर में बुंदेलखंड पहुंचा। बिना जुलूस अखाड़ा के ही ताजी के अवशेष को ताजिया तारों ने कर्बला जाकर पहलाम करा दिया। इस दौरान भीड़ भाड़ नहीं लगे और सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रहे इसलिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। जगह जगह दंडाधिकारी की मौजूदगी में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी।

सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार शैलेंद्र नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार तथा मुफस्सिल थाना अध्यक्ष दरबारी चौधरी सुबह से देर शाम तक गस्त करते दिखे। सोमवार की शाम में बड़ी दरगाह के ताजिए के अवशेष कर्बला पहुंचा तो अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
दिनभर बुंदेलखंड थाने में जमें रहे अधिकारी
ताजिया पहलाद के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर प्रशासनिक अधिकारी गंभीर दिखे। दिनभर पुलिस की कई टीमें सड़क पर गश्त करती दिखी। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारी बुंदेलखंड थाने में जमे रहे। हर ताजिए पर पैनी नजर रखी जा रही थी।

रविवार की सुबह में पुलिस के ताजिए वाले इमामबाड़ा का निरीक्षण कर उन्हें आवश्यक निर्देश दिया था। दिए गए प्रशासनिक निर्देश के मुताबिक ही ताजिए की बजाए ताजिया की मिट्टी को ही पहलाम के लिए कर बना ले जाया गया।

इमामबाड़े में ताजिया के पास मन्नत मांगने के लिए उमड़ी भीड़
ताजिया के जुलूस और अखाड़े पर पाबंदी के कारण सड़क पर तो मजमा नहीं लग पाया, लेकिन इमामबाड़े पर भीड़ में कोई कमी नहीं दिखी। इमामबाड़े और कर्बला में मन्नत मांगने वालों की अच्छी खासी भीड़ दिखाई दी। बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी मन्नत मांगने पहुंचे।

इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ताजिया दारू और पुलिस को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। रविवार की देर शाम अंसार नगर, मोगला खार, पार नवादा, तकिया पर , मंगर बीघा , बड़ी दरगाह , भादौनी आदि इलाके में बड़ी भीड़ देखने को मिली। हालांकि ताजिया दारो को किसी भी कीमत पर भीड़ नहीं जुटने की सख्त हिदायत दी गई थी। इसके बावजूद मन्नत मांगने वाली भीड़ को रोका नहीं जा सका।
सादगी से मना मोहर्रम, लोगों ने कर्बला में जाकर मांगी दुआएं
नरहट. प्रखंड क्षेत्र में मोहर्रम का त्यौहार शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। प्रखंड मुख्यालय के अलावा नरहट छोटी पाली, बड़ी पाली, कोनिवर, शेखपुरा आदि गांव में ताजिए का सादगी के साथ पहलाम किया गया। रविवार को शहीद ए कर्बला हसन हुसैन की शहादत की याद में लोगों ने मातम मनाया और कर्बला में जाकर अमन चैन की दुआ मांगी।

शेखपुरा सहित कई ग्रामीण इलाकों में मुस्लिम धर्मावलंबी ने शहीद ए कर्बला हुसैन की शहादत को याद किया। इस मौके पर नरहट प्रखंड विकास पदाधिकारी राजमिति पासवान, अंचलाधिकारी रंजनी कुमारी, थानाध्यक्ष नवीन कुमार सिन्हा सहित कई अधिकारी और दर्जनों पुलिसकर्मी इलाके में गस्त करते दिखे।



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63 Taj Mahal of Nawada was done in Karbala without a procession.


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