पटना की सिविल सर्जन डाॅ. विभा कुमारी सिंह के बीएसएनएल का सिम बदलवाने के लिए 2 शातिर बुद्ध मार्ग स्थित बीएसएनएल ऑफिस पहुंच गए। उन्हाेंने सिविल सर्जन का सिम बदलवाने के लिए दस्तावेज के रूप में बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति का
फर्जी पत्र दिया, पर उनकी चालाकी नहीं चली। उसने एक का आधार कार्ड भी दिया था। चूंकि उनका नंबर सरकारी है, इसलिए बीएसएनएल स्टाफ जानते हैं। उन्हाेंने फाैरन सिविल सर्जन काे फाेन किया तब उसकी जालसाजी सामने आ गई।
पुलिस गुजरात के शातिर का सुराग लगाने में जुटी
आधार कार्ड पर गुजरात के चिराग जन कुमार मेहता लिखा था। विभा ने इस बाबत गर्दनीबाग थाने में केस दर्ज कराया है। थानेदार अरुण कुमार ने बताया कि पुलिस गुजरात के शातिर का सुराग लगाने में जुटी है।
मकसद का पता लगा रही पुलिस
सबसे बड़ा सवाल यह है कि ये दाेनाें शातिर पटना सिविल सर्जन का सिम क्याें बदलवाना चाह रहे थे? कहीं ऐसा ताे नहीं कि दाेनाें उनके सिम काे बदलवाकर किसी काे भी फाेन कर उनसे रकम वसलूते। यह काेई मामूली मामला नहीं है।
अगर सिम बदलवा लेते ताे फिर ये जालसाज कई लाेगाें से रकम वसूलने में सफल हाे जाते। पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि कहीं इसमें स्वास्थ्य विभाग का काेई कर्मी ताे शामिल नहीं है? आधार कार्ड सही है या नहीं, इसकी भी जांच की जाएगी।
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