एनआईटी पटना से पास आउट मैकेनिकल इंजीनियर सूरज कुमार की बड़ाैदा में संदिग्ध परिस्थिति में माैत हाे गई। 23 साल के सूरज का पिछले साल ही एल एंड टी कंपनी में सेलेक्शन हुआ था। वह बड़ाैदा में पाेस्टेड था। परिजनाें ने उसके हत्या की आशंका जताते हुए बिहार सरकार से मामले की जांच कराने की मांग की है। सूरज का परिवार दीघर के पाेल्सन में रहता है।
बुधवार की रात 10 बजे सूरज के पिता उदय शंकर पंडित, मां व बड़ी बहन माधुरी से वीडियाे काॅलिंग से बात हुई। वह बिल्कुल स्वस्थ था। माधुरी ने बताया कि गुरुवार की सुबह काे कंपनी के एचआर ने परिजनाें काे फाेन कर बताया, उसकी माैत हाे गई है। सूरज के पिता ऑटाेचालक हैं। वह दाे भाइयाें में बड़ा था। छाेटा भाई आकाश पढ़ाई करता है। उसकी इकलाैती बड़ी बहन माधुरी है।
पिता, मां व भाई विमान से गए शव लाने, एक-दाे दिनों में आएगा बाॅडी
माधुरी ने बताया कि गुरुवार की शाम काे मां, पिता व भाई तीनाें विमान से अहमदाबाद गए हैं। वहां से रात 11 बजे बड़ाैदा पहुंचे हैं। माधुरी के अनुसार सूरज के नाक व मुंह से ब्लड आ रहा था। उसे काेई बीमारी नहीं थीं। वह बिल्कुल ठीक था ताे फिर उसकी माैत कैसे हाे गई। शुक्रवार काे उसके शव का पाेस्टमार्टम हाे गया है। एक-दाे दिनाें में उसका शव पटना पहुंचेगा। माधुरी ने बताया कि फतुहा में सूरज का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मार्च में 15 दिनों के लिए आया था घर, छठ में फिर आने को कहा था
माधुरी ने बताया कि सूरज मार्च के पहले सप्ताह में घर आया था। करीब 10-15 दिन रहने के बाद पहला लाॅकडाउन लगने से पहले ही बड़ाैदा चला गया। उसने छठ में पटना आने के लिए कहा था। उसने विमान का टिकट भी ले लिया था, पर इस बीच उसकी माैत की खबर आ गई। माधुरी ने कहा कि परिवार का सब कुछ चला गया। वही परिवार चलाता था। अब क्या हाेगा, भगवान काे ही मालूम।
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