अकबरनगर खेरहिया के खाद-बीज के व्यवसायी अनुज देव सिंह के बेटे सुशांत कुमार शिवम की हत्या कर 25 लाख लूट के मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पकड़ाए आरोपियों में मो. भोलू उर्फ अलीशेर (मोहद्दीनपुर, हबीबपुर) और मो. लाल उर्फ अंग्रेज (सदरउद्दीनचक, हबीबपुर) शामिल हैं। सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज का दावा है, दोनों वारदात में शामिल थे।
पूरे घटनाक्रम में 3 संयोग ने पुलिस की कहानी को संदिग्ध बना दिया था। क्योंकि गिरफ्तार आरोपियों से कुछ बरामद नहीं हुआ। एसपी ने बताया, भोलू ने शिवम की बाइक रोकी थी। उसका एक साथी, जो गिरफ्तार नहीं हुआ है, उसने गोली मार कर पैसे लूटे थे। मो. लाल ने शिवम की रेकी की थी। दोनों से दो मोबाइल बरामद हुए है।
वारदात में 6-7 अपराधी थे। लूटी रकम व बाकी बदमाशों की तलाश हो रही है। तकनीकी जांच से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। एसपी का दावा है कि मृतक के चाचा सुनील के गुम हुए मोबाइल का वारदात में प्रयोग हुआ है।
मोबाइल गुम होने के की सूचना थाने में नहीं दी गई। गिरफ्तार आरोपी चोरी-लूट मामले में दागी रहे हैं। 5 नवंबर को 25 लाख जमा करने बैंक जा रहे शिवम से बदमाशों ने लूटपाट की थी। रुपए का बैग न देने पर शिवम को गोली मार दी थी।
गिरफ्तारी पर उठे सवाल
वारदात के बाद मृतक के परिजन और ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं। कई बार धरना-प्रदर्शन, अन्न त्याग, सड़क जाम कर चुके हैं। ऐसे में सवाल है कि आंदोलन के दबाव में पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी तो नहीं की? चूंकि उनसे कुछ भी बरामद नहीं हुआ।
लूटे 25 लाख में कुछ बरामद नहीं
- चाचा का मोबाइल गुम, मिला अपराधियों को : सिटी एसपी ने बताया, 17 अक्टूबर को मृतक के चाचा सुनील का मोबाइल गुम या चोरी हुआ था। हत्यारों ने इसी मोबाइल व सिम का यूज किया। मोबाइल गुम होने की सूचना थाने में नहीं है। सिम भी 9 दिन बाद बंद कराया गया।
- मोबाइल अपराधियों को मिलना साजिश क्यों नहीं एसपी ने बताया, 17 अक्टूबर को मोबाइल खोने के बाद 5 नवंबर को हुई वारदात में उसका यूज हुआ है। लेकिन मोबाइल गुम या चोरी होना साजिश का हिस्सा नहीं है। मृतक के चाचा की संलिप्तता नहीं है।
- मो. लाल की भवनाथपुर के पास पहले दुकान का होना पुलिस जांच में यह भी आया कि गिरफ्तार मो. लाल की पहले भवनाथपुर के पास टायर दुकान थी। अब दुकान नहीं है। उसे इलाके की जानकारी पहले से थी, इसलिए उसने रेकी में साथियों का सहयोग किया।
21 दिन बाद भी इन सवालों का पुलिस का पास जबाव नहीं
- कहां गई लूट की रकम : लूटे 25 लाख में पुलिस चवन्नी भी बरामद नहीं कर पाई। रकम कैसे और कहां खपाई गई, इसका भी पता नहीं चला। पकड़ाए दोनों अपराधी को कितना हिस्सा मिला, यह भी स्पष्ट नहीं है।
- मास्टरमाइंड कौन है घटना का मास्टरमाइंड कौन है, यह पुलिस स्पष्ट नहीं कर पाई है। यदि यह पता होता तो वह गिरफ्त में होता। रिकवरी भी संभव थी।
- सैफ की भूमिका : मृतक के चाचा का मोबाइल गुम या चोरी होने में मो. सैफ का नाम आ रहा है। लेकिन सैफ की वारदात में क्या भूमिका है, इसका खुलासा पुलिस नहीं कर पा रही है।
- चाचा का मोबाइल कहां गया पुलिस ने बड़ी साफगोई से यह दिया कि वारदात में मृतक के चाचा के गुम या चोरी हुए मोबाइल से अपराधियों की बात हुई है। लेकिन अब तक पुलिस वह मोबाइल भी बरामद नहीं कर पाई है।
- कौन है लोकल लिंक: पुलिस का कहना है, हबीबपुर के बदमाशों ने अकबरनगर में खाद व्यापारी के बेटे की हत्या कर 25 लाख लूटे। जाहिर है, वारदात में लोकल लिंक होगा। जिसने मोटी रकम की बात अपराधियों को दी। पुलिस वह लिंक नहीं खोज सकी।
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