टीएमबीयू के लिए वर्ष 2020 की शुरुआत और अंत सुखद रहा। बीच के 10 महीने निगेटिविटी भरे रहे। फरवरी में विवि काे अंतर विश्वविद्यालय खेलकूद प्रतियाेगिता की मेजबानी मिली। टीएमबीयू चैंपियन बना। इधर, दिसंबर के तीसरे हफ्ते में खेलाे इंडिया प्राेजेक्ट से मल्टीपर्पज हाॅल बनने की अनुमति सरकार ने दी अब काम शुरू हाेगा।
फरवरी से दिसंबर के दूसरे हफ्ते तक विवि ज्यादातर मामलाें में हाथ मलता रह गया। फरवरी में काॅपी बेचने के मामले में तत्कालीन प्रभारी वीसी डाॅ. एके राय, प्राेवीसी प्राे. रामयतन प्रसाद का नाम अाया। जांच अब तक पूरी नहीं हुई। साल के बीच में पीजी फिजिक्स और केमिस्ट्री के शिक्षकाें ने नैनाे तकनीक से मास्क और काेविड किट तैयार कर पेटेंट फाइल किया था। मामला आगे नहीं बढ़ा। प्रभारी वीसी डाॅ. संजय चाैधरी पर वित्तीय गड़बड़ी करने का आराेप विवाद में रहा।
नियमित वीसी मिलीं पर ज्वाइन नहीं किया
19 सितंबर काे राजभवन ने डाॅ. नीलिमा गुप्ता काे टीएमबीयू का नियमित वीसी नियुक्त किया, लेकिन उन्हाेंने अब तक ज्वाइन नहीं किया है। इस बीच आराेपाें से घिरे रहे डाॅ. संजय चाैधरी काे प्रभार दे दिया गया।
नए कोर्स पर सहमति बाकी
टीएनबी काॅलेज में काॅमर्स सहित दाे अन्य काॅलेजाें में काॅमर्स व भूगाेल की पढ़ाई शुरू करने काे एकेडमिक काउंसिल ने मंजूरी दी, लेकिन सरकार की सहमति नहीं मिली है। दिसंबर में स्नातक पार्ट थ्री गणित के छठे और सातवें व आठवें पेपर का पर्चा लीक हाे गया। परीक्षाएं रद्द हुईं और दाे कर्मियों काे निलंबित किया गया।
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