मार्बल व्यवसायी अमरजीत राय उर्फ बिट्टू हत्याकांड में अब संदिग्धाें पर कार्रवाई के लिए तिलकामांझी पुलिस एक्शन में आई है। हत्याकांड के नए आईओ थानेदार महेश कुमार ने अब नए तरीके से उनपर लगे आरोपों की जांच शुरू की है।
इसी जांच के सिलसिले में तकनीकी अनुसंधान से मिले सबूत को आधार बनाकर हुसैनाबाद के मरकजी टोला निवासी असलम को गिरफ्तार किया गया है। असलम की गिरफ्तारी के बाद 7 संदिग्धों पर पुलिस नजर रख रही है। इन संदिग्धों का नाम पूर्व में भी पुलिस रिकार्ड में आया है। पुलिस का दावा है कि हत्याकांड की तकनीकी जांच जारी है। सबूत मिलने के बाद हत्याकांड में किसी भी रूप में शामिल रहे अभियुक्त सलाखों के पीछे होंगे।
ठेकेदार अजीत यादव, राजेश राय राकेश व मिंटू कुरैशी भी हैं संदिग्ध
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हत्याकांड में पूर्व में जांच कर रही टीम ने केस डायरी में ठेकेदार अजित यादव, संदेही मिंटू कुरैशी, किंटु कुमार, राजेश राय, राकेश राय और पोस्ट ऑफिस कैंपस के अंदर घटना के समय मौजूद कई लोगों के नाम आए थे। केस डायरी में नाम आने के बाद ये ऊंचे रसूख का हवाला देकर बेवजह नाम घसीटने का आरोप लगाया था। तत्कालीन एसएसपी मनोज कुमार ने आईओ को स्पष्ट निर्देश दिया था कि बगैर ठोस सबूत के संदिग्धों की गिरफ्तारी न की जाए। दो दिन पहले पकड़ा गया असलम भी उन्हीं संदिग्धों में था।
बेगुनाह फंसे नहीं, अपराधी छूटे नहीं, इस थीम पर हो रही जांच
आईओ ने बताया कि कांड के शिकायतकर्ता और अमरजीत के पिता अरुण कुमार राय को जिन-जिन पर शक है, हमारा काम उन तमाम एंगल पर जांच करने की है। तमाम संदिग्धों पर विभाग की नजर है। बगैर ठोस सबूत मिले किसी भी संदिग्धों पर पुलिस हाथ नहीं डालेगी। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि आईओ को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जांच के दौरान ख्याल रखें कि किसी भी कांड में कोई बेगुनाह न फंसे और न ही कोई अपराधी बच पाए।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3o3Vjoy
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box