राजधानी की सड़कों पर यातायात में बाधक अतिक्रमण को हटाने के लिए लगातार चार विशेष अभियान चलाए गए। इस दाैरान सड़काें से स्थायी और अस्थायी दुकानों को हटाया गया। इन जगहाें पर दोबारा अतिक्रमण नहीं हो, इसकी जिम्मेदारी थाना प्रभारी और नगर निगम के अधिकारियों काे दी गई, पर इसका नतीजा कुछ खास नहीं निकला।
दोबारा अतिक्रमण करने पर रोक लगाने में सफलता नहीं मिल रही है। निगम प्रशासन का कहना है कि उसके पास कार्रवाई के लिए पुलिस बल नहीं है। स्थानीय थाने को इस संबंध में कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसे में अतिक्रमण हटाओ अभियान जुर्माना वसूली का ही एक माध्यम बनकर रह गया है। 28 नवंबर से 28 दिसंबर तक चले अभियान के दौरान 17.37 लाख जुर्माना वसूला गया।
अतिक्रमण हटाने के बाद भी नहीं मान रहे लोग
पाटलिपुत्र अंचल की कार्यपालक पदाधिकारी प्रतिभा सिन्हा ने कहा कि हमलोगों के स्तर पर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। दीघा सब्जी मंडी को सड़क से हटाने की कार्रवाई की गई है, लेकिन बार-बार उसे लगाया जा रहा है। इस दिशा में पुलिस प्रशासन को अब कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। कंकड़बाग अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार मिश्रा ने भी कहा कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाती है। इसकी नियमित निगरानी स्थानीय थाना स्तर पर हो तो स्थिति बेहतर होगी।
आदतन अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई नहीं
प्रमंडलीय आयुक्त ने आदतन अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया है। उन्होंने साफ किया है कि थानावार ऐसे अतिक्रमणकारियों की सूची तैयार कर उनके खिलाफ कार्रवाई हो। हालांकि, इस आदेश के बाद भी अब तक कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई है। इसके अलावा अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान खाली कराई जाने वाली जमीन के उपयोग का कार्यक्रम तैयार करने का निर्देश दिया गया। अभी तक इस दिशा में कोई योजना तैयार नहीं हो सकी है।
एक माह में 4 चरणों में चला अभियान, कमिश्नर-डीएम तक उतरे सड़क पर, नतीजा सिफर
पहला चरण : 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक चला अभियान
पाटलिपुत्र, कंकड़बाग और नूतन राजधानी अंचल में विशेष अभियान चलाया गया। पाटलिपुत्र अंचल में बोरिंग रोड और बोरिंग कैनाल रोड से अतिक्रमण हटाया गया। लेकिन, वर्तमान स्थिति यह है कि सड़क के किनारे गाड़ियां खड़ी हो रही हैं। पार्किंग क्षेत्र में फुटपाथी दुकानदारों का स्टॉल लग रहा है। कंकड़बाग अंचल में ऑटो स्टैंड व आसपास के इलाकों में भी फुटपाथी दुकानदार फिर से जम गए हैं। नूतन राजधानी अंचल में न्यू मार्केट एरिया के खाली कराए गए जगह पर ऑटो फिर से खड़े होने लगे हैं। जाम की स्थिति एकबार फिर बनने लगी है।
दूसरा चरण : 7 दिसंबर से 14 दिसंबर तक हटाए गए अतिक्रमणकारी
नूतन राजधानी अंचल में न्यू मार्केट को खाली कराने का अभियान लगातार जारी रहा। स्टेशन से बुद्धमार्ग के बीच की सड़क को अतिक्रमणमुक्त कराया गया। इसकी चौड़ाई भी बढ़ी। लेकिन, अब भी इस सड़क पर लोगों को गाड़ियां लेकर आने में पसीना छूट जा रहा है। यही वजह है कि बुद्धमार्ग में जाम का सामना हर रोज लोगों को करना पड़ रहा है। पाटलिपुत्र अंचल में बोरिंग कैनाल रोड से जुड़ने वाली गलियों को अतिक्रमणमुक्त करने की कार्रवाई शुरू की गई। लेकिन, यह अभियान पूरा नहीं हो सका। सड़क पर अब भी कब्जा है।
तीसरा चरण : 15 दिसंबर से 19 दिसंबर तक सड़क से हटा अवैध निर्माण
तीन टीमों को पटना सिटी, नूतन राजधानी व पाटलिपुत्र अंचल में लगाया गया। सिटी अंचल में एनएमसीएच से गुलजारबाग और मीना बाजार तक अभियान चला। वहीं, नूतन राजधानी अंचल में मीठापुर मंडी, अनीसाबाद और अन्य इलाकों में सड़कों पर लगी दुकानों को हटाया गया। इन इलाकों में अब भी अस्थायी दुकानों की भरमार है। अनीसाबाद गोलंबर के दोनों ओर आधे पर ऑटो व सिटी बस का कब्जा रहता है। पाटलिपुत्र अंचल में दीघा गेट नंबर 93 पर सब्जी मार्केट फिर से सड़क पर ही लगने लगा है।
चौथा चरण : 21 से 26 दिसंबर व 28 से 30 दिसंबर
पाटलिपुत्र अंचल में आशियाना मोड़ से राजीवनगर नाला तक अतिक्रमण हटा। फिर वहां की स्थिति पुरानी हो चुकी है। नूतन राजधानी अंचल में बाघ वाली दुर्गामूर्ति से यारपुर पुल तक दर्जनों अवैध निर्माण तोड़े गए। लेकिन, यहां रहने वाले लोगों को हटाना संभव नहीं हो सका है। अजीमाबाद अंचल में गुलजारबाग स्टेशन से चौक शिकारपुर तक भी विशेष अभियान चला। स्थिति लगभग पुरानी जैसी ही है। वहीं, कारगिल चौक से खुदाबख्श लाइब्रेरी तक सड़क के किनारे से दुकानों को हटाया गया। अब स्थिति जस की तस है।
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