उ त्तर बिहार की तरफ से आने वाले लोगों को जेपी सेतु से पटना में प्रवेश के बाद करीब एक घंटे का समय लग जाता था। दीघा, बेली रोड, चितकोहरा गोलंबर से फुलवारीशरीफ तक सड़कती गाड़ियों के बीच मरीज परेशान होते थे। उत्तर बिहार की तरफ से जेपी सेतु के जरिए आने वाले लोग अब दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड के जरिए मुश्किल से 20 मिनट में एम्स तक पहुंच जाएंगे। इससे मरीजों की जान बचेगी।
सीरियस मरीजों काे विशेष लाभ होगा। नए साल में एम्स की तरफ भी सड़क को दुरुस्त करने और ड्रेनेज का कार्य पूरा किए जाने का दावा किया जा रहा है। इससे आम लोगों को सड़क पर होनेवाले असमय जलजमाव जैसी स्थिति से भी निजात मिल जाएगी। 1289.25 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 12.27 किलोमीटर लम्बा यह पथ बिहार का सबसे लंबा एलिवेटेड रोड है।
पटना-दिल्ली रेललाइन के ऊपर 106 मीटर लंबा रेलवे ओवर ब्रिज इंजीनियरिंग का अनूठा नमूना है। नेहरू पथ पर पहले से निर्मित आरओबी के कारण एलिवेटेड पथ की ऊंचाई लगभग 25 मीटर है, जिसका निर्माण अपने आप में काफी चुनौतीपूर्ण था। यह सड़क व्यवसायिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण है।
दानापुर से गांधी मैदान तक बेली रोड पर बिना बाधा दौड़ेंगी गाड़ियां
बे ली रोड पर बिना किसी बाधा के यात्रा को संभव बनाने के लिए तैयार की गई लोहिया पथचक्र की योजना को नए साल में अमलीजामा पहना दिया जाएगा। पहले फेज का कार्य अंतिम चरण में है। दूसरे फ्लैंक के निर्माण का कार्य तेजी से हो रहा है। अभी पहले फ्लैंक पर यातायात जारी है। पहले फेज का काम जुलाई 2018 में ही पूरा होना था।
बाद में इसे बढ़ाकर अक्टूबर-नवंबर 2019 कर दिया गया था। हाईकोर्ट ने पुल निगम से जवाब तलब किया तो मार्च 2020 की नई तिथि निर्धारित की गई। इस योजना में बड़ी समस्या केबल स्टे ब्रिज के निर्माण में आई। अब योजना को पूरा कराया जा रहा है। इस पुल के नए साल में शुरू हो जाने के बाद दानापुर से गांधी मैदान और सचिवालय तक तेजी से पहुंचने के लिए बेली रोड की रफ्तार बढ़ेगी।
10 से 12 किलोमीटर की दूरी महज 15 से 20 मिनट में पूरी होगी। रूपसपुर फ्लाईओवर पार करने के बाद राजाबाजार फ्लाईओवर होते ललित भवन के पास लगने वाले जाम से राहत मिल जाएगी। यहां मैंगल्स रोड, पुनाईचक, हड़ताली मोड़ की ओर जाने वाले लोगों के लिए अलग-अलग लेन होगी। इसी तरह हड़ताली मोड़ की ओर से जाने वाले लोगों को हर रूट के लिए नई लेन मिलेगी। वाहनों की गति बढ़ेगी और सचिवालय या बोरिंग रोड के प्रतिष्ठानों में काम करने आने वाले लोगों को जल्द से ऑफिस पहुंचना संभव हो जाएगा।
बीच शहर से मीठापुर बस स्टैंड व न्यू बाइपास जाना होगा आसान
- मीठापुर की तरफ भी जाने वाले लोगों को भी नए साल में आसानी हो जाएगी। अभी करबिगहिया से मीठापुर बस पड़ाव की तरफ ओवरब्रिज का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है।
- इस कार्य को जल्द पूरा किए जाने का दावा किया जा रहा है। इससे विधानसभा, वीरचंद पटेल पथ या बुद्धमार्ग की तरफ से आने वाले वाहनों को मीठापुर होते हुए न्यू बाइपास रोड की तरफ जाने में आसानी हो जाएगी।
- न्यू बाइपास रोड की तरफ से विधानमंडल तक बिना जाम के पहुंचना संभव होगा। अभी निचले सड़क से आने में वाहनों को 30 मिनट से अधिक का समय लग जाता है।
- जाम जैसी स्थिति में समय अधिक लगता है। ओवरब्रिज पूरी तरह से बन जाने के बाद यह समय घटकर पांच से 10 मिनट का रह जाएगा।
यात्रियों के लिए शॉपिंग और मनोरंजन के भी इंतजाम
रा जधानी में अत्याधुनिक बस स्टैंड से यात्रा का लाभ नए साल में लोगों को मिलेगा। अंतरराज्यीय बस पड़ाव का निर्माण बैरिया में कराया जा चुका है। इस बस स्टैंड से जुड़ने वाली आठ लेन की हाइवे में से पांच लेन के निर्माण का कार्य जल्द ही पूरा होने वाला है। इसके बाद मीठापुर से नए बस स्टैंड में वाहनों को शिफ्ट करने की कार्रवाई शुरू होगी। बस टर्मिनल का निर्माण कार्य वर्ष 2017 में शुरू हुआ था। यहां चार ब्लॉक बनाए गए हैं। ब्लॉक ए, बी व सी सात मंजिला और डी ब्लॉक आठ मंजिलों का है।
302 करोड़ की लागत से बने इस आईएसबीटी में बसों के परिचालन शुरू किए जाने पर सरकार की ओर से गठित आईएसबीटी संचालन समिति की ओर से किया जाएगा। अभी इस बस स्टैंड में ब्लॉक डी का काम चल रहा है। इसमें यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कई निर्माण कराए जा रहे हैं। यह कमर्शियल कंपलेक्स होगा। इसमें यात्री के खाने पीने को ध्यान में रखते हुए रेस्टोरेंट्स, छोटी मोटी कई दुकानों का प्रावधान किया गया है। साथ ही, यात्रियों के मनोरंजन के लिए मल्टीप्लेक्स का निर्माण कराया जा रहा है।
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