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पिछले साल जिन 3 दिनों में डूबा पटना, उसके पहले दिन 158.1 एमएम बारिश हुई थी, पिछले दो दिनों में 94.6 एमएम बारिश https://ift.tt/3hKH0CN

मानसून की पहली ही बारिश से राजधानी पानी-पानी हो गई। गुरुवार की सुबह 8 बजे से शुक्रवार की शाम 5 बजे तक 94.6 एमएम बारिश से ही तमाम नाले उफनने लगे। पिछले साल सितंबर में तीन दिनों तक हुई बारिश ने पूरी व्यवस्था की पोल खोल दी थी। पिछले साल 28 सितंबर को 158.1 एमएम, 29 सितंबर को 227.3 एमएम और 30 सितंबर को 91.6 एमएम की हुई थी।

इसके बाद राजेंद्रनगर, कदमकुआं, बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र सहित पूरी राजधानी में रहने वाले लोगों ने जो फजीहत झेली थी, उसे सोच कर आज भी लोग सिहर जाते हैं। इसबार भी जब मानसून की पहली ही बारिश में राजेंद्रनगर सहित कई मोहल्लों की सड़कों पर पानी भर गया तो लोग एकबार फिर डर गए। हालांकि, बीच-बीच में बारिश रुक जाने से कई इलाकों से शुक्रवार की देर शाम तक पानी निकल जाने से लोगों ने राहत की सांस ली।

मीठापुर बस स्टैंड, बेउर जेल कैंपस और मोइनुल हक स्टेडियम में भी पानी

राजेंद्रनगर रोड नंबर एक और दो में घुटने भर पानी जमा हो गया। हालांकि रोड नंबर एक से शाम तक पानी निकाल दिया गया। रवींद्र बालिका व किशोर दल स्कूल और मोइनुल हक स्टेडियम के कैंपस में घुटना भर पानी जम गया। इसी कैंपस में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का कैंप और कदमकुआं थाना है। कदमकुआं और लोहानीपुर के कई घरों में पानी घुस गया। कदमकुआं के कांग्रेस मैदान रोड, जगत नारायण लाल रोड, बुद्ध मूर्ति रोड के साथ अनुग्रह भवन वाली सड़क पर घुटना भर पानी जमा हो गया।

पुनाईचक और पटेल नगर के कई मोहल्लों में पानी भर गया है। राजवंशीनगर के निचले इलाके के कई घरों में भी पानी घुस गया। बारिश ने मीठापुर बस पड़ाव की भी सूरत बिगाड़ कर रख दी है। सड़क पर हर समय जाम जैसी स्थिति बनी रहती है। सड़क पर गड्ढे और उसमें जमा पानी बाइक सवारों का संतुलन बिगाड़ रहा है। बस पड़ाव के भीतर घुसते ही यात्रियों को जलजमाव का सामना करना पड़ रहा है। बसें पानी में खड़ी दिखीं। मुख्य द्वार पर कीचड़ फैला है। मीठापुर की तरफ बढ़ते हुए एनएच तक स्थिति अभी ठीक दिख रही है।

पाटलिपुत्र कॉलोनी में पूर्व मंत्री परवीन अमानुल्लाह के निजी आवास के पास जलजमाव हो गया है। इसका कारण कॉलोनी में ज्यादातर कच्चा नाला होना है। आशियाना नगर फेज वन के लोगों को भी पहली ही बारिश ने जलजमाव का अहसास करा दिया है। न्यू बाइपास रोड के दक्षिणी इलाकों की स्थिति खराब है। रामकृष्णानगर मंदिर के दोनों तरफ सर्विस लेन पर पानी जम गया है। वहीं, सिपारा से तेजप्रताप नगर के पास तक सर्विस रोड पर दरिया बहता देखा गया। रामकृष्णानगर से बेउर तक चार किलोमीटर सड़क पर पानी और कीचड़ जमा है।

कुशवाहा चौक के पास सड़क पर करीब एक फीट पानी है। नाला रोड में नाला निर्माण की शुरुआत मानसून आने के एक सप्ताह पहले हुई। नाला निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढों में पानी भर गया है। इससे दिन भर काम बंद रहा। यही स्थिति नागा बाबा ठाकुरबाड़ी रोड की है। नाला निर्माण तो कर लिया गया, लेकिन ढंका नहीं गया। लोग गिरे नहीं, इसके लिए बांस की घेराबंदी कर दी गई।

विभाग ने कहा-भारी बारिश, फिर भी नहीं होने दिया गया जलजमाव

नगर विकास विभाग ने कहा कि गुरुवार को पटना में भारी बारिश के बाद भी अधिकतर इलाकों को जलजमाव से मुक्त करा लिया गया है। पिछले वर्ष की तुलना में एक दिन में ही इसबार अधिक बारिश होने के बावजूद लोग राहत में हैं। हालांकि लॉकडाउन की वजह से जलजमाव से संबंधित कई कार्यों में गंभीर व्यवधान व बाधाएं उत्पन्न हुईं। विभाग ने कहा कि नगर निगम के तीन अंचल अजीमाबाद, पटना सिटी और नूतन राजधानी इलाके में जलजमाव नहीं हुआ। वहीं बांकीपुर अंचल में राजेंद्रनगर रोड नंबर 1-2, कदमकुआं, कांग्रेस मैदान में जलजमाव हुआ। विभाग ने कहा कि जलजमाव शुक्रवार देर रात तक सभी इलाकों को जलजमाव मुक्त कर लिया जाएगा।



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सीआरपीएफ कैंप : नीचे पानी, ऊपर बेड पर जवान।


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