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अचानक उफनाई कनकई, 3 फीट बढ़ा पानी 45 किसानों का पांच हजार बोरी मक्का बहा https://ift.tt/2Nuvj57

जिले और नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही भारी वर्षा की वजह से जिले की प्रमुख नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कटाव तेज हो गया है। अनुमंडल में बहने वाली महानंदा, परमान, कनकई, बूढ़ी कनकई, सहित कई अन्य सहायक नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे महानंदा नदी से बनगामा, मडवा, लेलुका, मीनापुर पंचायत के गोटफर में तीनों नदी के संगम से श्रीपुर पंचायत के डंगराह घाट, भसिया गांव, चोपड़ा पंचायत के चकला चन्द्रगांव, आसजा मवैया, ताराबाड़ी में गुजरने वाली कनकई एवं बूढ़ी कनकई नदी के किनारे दर्जनों गांवों में पानी घुस गया है।

प्रखंड क्षेत्र के ताराबाड़ी पंचायत में देर रात अचानक निचले इलाके में कनकई नदी में दो से तीन फीट उफान ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। नदी के बढ़े जलस्तर के कारण से नदी किनारे रखे लोटियाबाड़ी, ताराबाडी, टिक्कर टोला, खाड़ी गांव के 45 किसानों का पांच हजार बोरी से ज्यादा तैयार मक्का नदी में समा गई। कुछ किसानों ने नदी में तैरकर कुछ मक्के की बोरी को निकाला है।
ताराबाड़ी पंचायत के मुखिया नजमुल होदा ने बताया कि लोटियाबाड़ी, ताराबाड़ी, टिक्कर टोला, खाड़ी गांव के 45 किसानों ने मक्का की फसल मंगलवार को तैयार कर बोरी में रखा था। सुबह ट्रैक्टर में लोडकर किसान अपने घर ले जाने वाले थे, लेकिन मंगलवार की देर रात कनकई नदी का जलस्तर अचानक से 2 से 3 फीट हो गया और नदी उफनाने लगी। 5 हजार बोरी से ज्यादा मक्का नदी में समा गई। नदी किनारे बसे भसिया गांव में दर्जनों किसानों का मक्का नदी में बहकर चला गया है।

चनकी गांव में डूबी मो. नसीम की सात एकड़ फसल
ताराबाड़ी पंचायत के चनकी गांव के पीड़ित किसान मो. नसीम ने बताया कि वह सात एकड़ में लगे मक्के की फसल की तैयारी कर रहा था सारा मक्का नदी में विलीन हो गया। उन्होंने बताया कि कर्ज लेकर उन्होंने मक्का की खेती की थी। अचानक से आए नदी में उफान ने अरमानों पर पानी फेर दिया।

फसल तैयार होने के बाद किसानों को चुकाना था कर्ज
ताराबाड़ी पंचायत के किसान सलाम, गुलाम, कौशर, महफूज आलम, अकील अहमद, तजम्मुल हुसैन, नवेद आलम, इस्लाम, असरफ, सरबजी, यादव, जबादुल, सुबहान, इस्लाम मास्टर आदि किसानों ने बताया हमलोग प्रति वर्ष कर्ज लेकर खेती करते थे। फसल तैयार होने पर कर्ज चुकाने के बाद जो पैसा बचता था, उसी से जीवनयापन होता था। मंगलवार तक किसी को जरा सा भी इस बात का अंदेशा नहीं था कि इस तरह का हादसा हो जाएगा।

मामले की सूचना नहीं मिली
स्थानीय प्रशासन जलस्तर पर नजर बनाए हुए है। ग्रामीणों या पंचायत के मुखिया ने घटना की सूचना नहीं मिली है। मामले की जानकारी मिलने के बाद गांव जाकर किसानों के नुकसान के बारे में पता किया जाएगा।
प्रवीण कुमार वत्स, अंचलाधिकारी, बायसी



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Suddenly burnt Kanakai, 3 feet of water, 45 farmers sacked five thousand sacks of maize


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