जिले में तीन प्रमुख नदी क्रमश: कोसी, बागमती और बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से उपर बह रही है तथा इन नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि भी दर्ज की जा रही है। जबकि गंगा नदी में लगातार पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जिले में हर राेज बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालांकि ऐसा कुछ ही जगह है जहां के लोग बाढ़ से बेघर हाेकर आपदा राहत शिविर में रह रहे हैं और पूरी तरह प्रभावित है। इधर, मानसी प्रखंड के अमनी पंचायत स्थित हियातपुर में करीब एक माह से बाढ़ का पानी जमा रहने से बुधवार की अहले सुबह करीब 50 से अधिक कच्चा मकान धराशाई हो गया।
मामले में सीओ अरुण कुमार सरोज ने बताया कि जिन लोगों का मकान गिर गया है उसका आकलन कर आपदा राहत कोष से उचित मुआवजा दिया जाएगा। गौरतलब है कि कोसी नदी में आए बाढ़ से प्रभावितों की संख्या सबसे अधिक है। वर्तमान में जिले में बाढ़ से कुल 92 गांव के करीब 80 हजार की आबादी प्रभावित है। जबकि बेलदौर, सदर प्रखंड, परबत्ता, गोगरी, चौथम, मानसी और अलौली प्रखंड में तीन हजार एकड़ से अधिक खेतों में बाढ़ का पानी फैल गया है। जिससे किसानों की फसलें तबाह हो गई और पशुपालकों के समक्ष पशुचारा की समस्या उत्पन्न हो गई है।
बताते चलें कि खगड़िया में कोसी खतरे के निशान से 1.80, बागमती 2.52 और बूढ़ी गंडक 14 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जबकि गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से अभी 42 सेंटीमीटर कम है। बुधवार को इन नदियों में मामूली वृद्धि दर्ज की गई, जो राहत भरी है।
बाढ़ के बाद क्षति का आकलन कर दिया जाएगा मुआवजा:सीओ
मानसी प्रखंड के अमनी पंचायत के वार्ड-1 हियातपुर गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह जलमग्न है। हियातपुर के लोग ऊंचे स्थान तटबंध एवं तटबंध के दूसरी तरफ अमनी गांव स्थित उच्च विद्यालय के प्रांगण में संचालित बाढ़ राहत शिविर में समय बीता रहे हैं। पीड़ितों ने बताया कि हर वर्ष कुछ दिन पानी रहता था और फिर पानी निकल जाती थी। लेकिन इस बार लगभग एक माह से पानी जमा है। जिससे हमलोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। हालांकि प्रशासन के तरफ राहत शिविर लगाकर करीब 300 बाढ़ पीड़ितों को खाने-पीने सहित अन्य सुविधा मुहैया कराया जा रहा है। सीओ ने बाढ़ के बाद सभी लोगों को उचित मुआवजा देने की बात कही।
अधिकारी राहत शिविर की व्यवस्था करें दुरुस्त : डीएम
मानसी के अमनी स्थित बाढ़ राहत शिविर का डीएम आलोक रंजन घोष ने मंगलवार की देर शाम निरीक्षण किया। जहां प्रतिनियुक्त कर्मियों व अधिकारियों को राहत शिविर में समुचित रूप से हर सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया। पीड़ित द्वारा दोनों टाइम चावल मिलने के शिकायत पर डीएम ने बुधवार को खीर-पूड़ी एवं सब्जी देने का निर्देश दिया। मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था का भी निर्देश दिया। डीएम के निर्देश के अनुसार बुधवार को सारी सुविधा मिलने से बाढ़ पीड़ित एवं स्थानीय प्रतिनिधियों ने डीएम के प्रति आभार प्रकट किया। उक्त मौके पर डीडीसी रामनिरंजन सिंह, एडीएम शत्रुंजय मिश्रा, एसडीओ धर्मेंद्र कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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