गृहस्थाें ने मंगलवार काे आस्था-भक्ति के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई। जबकि वैष्णव यानी साधु-संत बुधवार को त्योहार के साथ श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाएंगे। बुद्ध मार्ग स्थित इस्कॉन मंदिर में भी बुधवार को ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सह जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस्कॉन पटना के अध्यक्ष श्रीकृष्ण कृपा दास ने बताया कि 12 अगस्त को दिन के 12 बजे से जन्माष्टमी मनेगी।
मंदिर में कीर्तन रात 12 बजे तक चलता रहेगा। रात 12 बजे 108 कलश से भगवान का अभिषेक होगा और छप्पन भोग लगेगा। इस दौरान सारे आयोजन फेसबुक, यूट्यूब व अन्य सोशल मीडिया डाले जाएंगे। कल्चरल प्रोग्राम नहीं होंगे। इस दौरान मंदिर परिसर में आम भक्तों की एंट्री नहीं होगी। अंदर में रहने वाले पुजारी और मंदिर से जुड़े लोग ही पूजा-कीर्तन व अभिषेक आदि करेंगे।
घर-घर में रहा उत्सवी नजारा
दिन में व्रत रखने के साथ शाम में घर-घर उत्सव का नजारा रहा। खासतौर से महिलाओं, युवाओं, पुरुषों और बड़ी संख्या में किशोरों ने भी नटखट नंद गोपाल के लिए व्रत रखा। शाम से ही जगह-जगह भजन-कीर्तन के बोल सुनाई पड़ने लगे थे। लोगों ने पालना में भगवान को झूला भी झुलाया। रात 12 बजे भगवान का जन्म हुआ और व्रत पूरा होने के बाद व्रतधारियों ने प्रसाद पाकर व्रत संपन्न किया।
राधाकृष्ण मंदिर ने लाइव दर्शन कराया
मंगलवार को पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में पारंपरिक तरीके से पुजारियों ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा की। वहीं बोरिंग कैनाल रोड स्थित प्राचीन राधा कृष्ण द्वारिका मंदिर में भी बाल गोपाल भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। राधा कृष्ण द्वारिका मंदिर के व्यवस्थापक सह सचिव रंजन यादव नवीन ने बताया कि मंदिर कमिटी की ओर से श्रद्धालुओं के घर तक प्रसाद पहुंचाया गया। साथ ही श्री कृष्ण जन्मोत्सव पूजा का आयोजन व लाइव दर्शन सोशल मीडिया से मंदिर से जुड़े श्रद्धालुगण के लिए उपलब्ध कराया गया। उधर मानस मंदिर विजय नगर में भी जन्माष्टमी मनाई गई।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3gQ69ev
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box