डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के अनुसार सुशांत सिंह राजपूत के मामले में मुंबई पुलिस कई कागजात उपलब्ध नहीं करा रही है। उनका कहना है कि अभियुक्त पक्ष (रिया चक्रवर्ती) इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ले गया है, इसलिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर ही अब कोई कार्रवाई होगी। लेकिन, हम अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हमारे पुलिस अधिकारियों ने मुंबई में बैंक में भी जाकर सुशांत के खाते से पैसे के ट्रांजैक्शन के संबंध में सारे डॉक्यूमेंट की जानकारी ली है।
हम इंवेस्टीगेशन कर रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि सबूत जुटाने और सुशांत के करीबी लोगों से पूछताछ करने मुंबई भेजी गई टीम को वहां की पुलिस से अब तक अपेक्षित सहयोग नहीं मिला है। मुंबई पुलिस को हमारी टीम को सुरक्षा और वाहन उपलब्ध कराना चाहिए। और, सबूत इकट्ठा करने में सहयोग करना चाहिए। अगर जरूरत पड़ी तो बिहार से किसी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और महिला पुलिस अधिकारी को भी मुंबई भेजा जा सकता है।
31 की घटना के बाद उम्मीद है, मुंबई पुलिस करेगी पूरा सहयोग: हालांकि, डीजीपी ने मुंबई में डीसीपी क्राइम के ऑफिस में बिहार के पुलिस अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने से साफ इनकार किया। उन्होंने कहा कि जब बिहार के अधिकारी डीसीपी से मिलकर लौट रहे थे तो वहां मीडियाकर्मियों की भीड़ लग गई थी। और, मुंबई पुलिस यह कतई नहीं चाहती थी कि कि बिहार के पुलिस अधिकारियों की मीडिया से कोई बातचीत हो सके।
वैसे हमें उम्मीद है कल (31 जुलाई) की घटना के बाद मुंबई पुलिस जरूर सहयोग करेगी। बिहार पुलिस घटना के संबंध में जानकारी जुटाने के लिए मुंबई में सुशांत सिंह राजपूत के फ्लैट और आसपास का सीसीटीवी फुटेज देखना चाहती है, मुंबई पुलिस को इसमें सहयोग करना चाहिए। बिहार की टीम को सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मुंबई पुलिस द्वारा कराई गई वीडियोग्राफी दिखाया जाना चाहिए। वैसे बिहार से भेजी गई टीम ने काफी जानकारी जुटाई है।
सुशांत की बहन ने पीएम को किया ट्वीट: श्वेता सिंह सुशांत सिंह की बहन हैं। उन्होंने शनिवार को एक भावुक ट्वीट लिखा। अपने ट्विटर हैंडल पर श्वेता ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम का ओपन लेटर शेयर किया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा- मैं सुशांत सिंह राजपूत की बहन हूं और पूरे मामले में जांच का अनुरोध करती हूं। हमें भारत की न्याय व्यवस्था में भरोसा है। अपने ओपन लेटर में श्वेता ने लिखा- सर मेरे दिल ने कहा कि आप सच के साथ खड़े होते हैं। हम बहुत साधारण परिवार से हैं। मेरे भाई का कोई गॉडफादर नहीं था, जब वह बॉलीवुड में आया। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि तुरंत इस मामले को देखें ताकि निष्पक्ष रूप से इसकी जांच हो सके।
मुंबई पुलिस के विरोध में पटना में प्रदर्शन
बोरिंग रोड में जस्टिस फॉर सुशांत के बैनर तले शहर के युवाओं ने प्रदर्शन किया। पटना पुलिस की टीम के साथ मुंबई पुलिस के रवैये को लेकर भी युवाओं में आक्रोश दिखा। प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने कहा कि मुंबई पुलिस जांच में पटना पुलिस को सहयोग नहीं कर रही है। युवाओं ने कहा कि सुशांत सिंह आत्महत्या नहीं कर सकता है। उसकी हत्या हुई और मुंबई पुलिस उसे दबा रही है।
महाराष्ट्र सरकार पर भी युवाओं का गुस्सा फूटा लोगों ने वहां के सीएम का पुतला भी फूंका। साथ ही महाराष्ट्र सरकार के विरोध में नारेबाजी भी की। जस्टिस फॉर सुशांत मुहीम के संचालक और सुशांत के बचपन के मित्र विशाल सिंह ने कहा कि हमलोगों की मांग है कि मामले में सीबीआईर जांच हो। तभी निष्पक्ष जांच हो सकती है। प्रदर्शन में अभिषेक कुमार सिंह, संजय प्रताप सिंह, मनीष सिंह, अनमोल सिंह, जितेश कश्यप, अंकित आनंद, संदीप सिंह आदि शामिल थे।
दिशा सुसाइड केस को भी खंगाल रही पटना पुलिस
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच कर रही पटना पुलिस अब उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान के सुसाइड केस की भी जांच शुरू कर दी है। पुलिस को जो साक्ष्य मिले हैं, उसके बाद पुलिस दिशा सालयान के केस की जानकारी भी जुटाने लगी। डायरेक्टर रूमी जाफरी का बयान दर्ज करने के बाद पुलिस देर रात मलवानी पुलिस स्टेशन गई।
वहां पटना पुलिस की टीम ने मुंबई पुलिस से दिशा सालियान की मौत से जुड़े कागजात की मांग की। पटना पुलिस जानना चाहती है कि क्या दिशा सालयान के मौत से सुशांत सिंह की मौत का कोई संबंध है या नहीं। मालूम हो कि सुशांत की मौत से कुछ दिन पहले दिशा ने बिल्डिंग से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बताया जाता है कि दिशा की मौत से सुशांत को सदमा-सा लगा था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट जल्द मिलेगी
शनिवार की रात पटना पुलिस की जांच टीम के सदस्य ने कहा कि हमे जल्द ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल जाएगी। टीम में शामिल इंस्पेक्टर कैसर आलम ने कहा कि हमें अब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। लेकिन अस्पताल से हमने संपर्क किया है। इधर सोशल मीडिया पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट का एक पेज वायरल हो गया। वायरल पेज सुशांत सिंह राजपूत का ही है। पटना के एक सीनियर डॉक्टर ने कहा कि यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट का ही एक पेज है। इसमें लिखा हुआ है कि सुशांत की मौत दम घुटने से हुई है। विसरा को आगे की जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है।
सुशांत के नाम पर नहीं था सिम, कॉल डिटेल मिला
जांच में पटना पुलिस को हर दिन नए तथ्य मिल रहे हैं। शनिवार को छानबीन में यह खुलासा हुआ कि सुशांत जिस दो सिम का इस्तेमाल अपने अंतिम दिनों में कर रहे थे उनमें से एक भी उनके नाम पर नहीं था। एक सिम सैमियल मिरांडा के नाम पर है और दूसरा सिम सिद्धार्थ पैठानी के नाम पर है। पटना पुलिस की टीम को दोनों सिम का कॉल डिटेल हाथ लग गया है। पुलिस दोनों सिम का सीडीआर खंगाल रही है।
14 जून से पहले सुशांत की किन किन लोगों से बात हुई थी पुलिस यह भी निकालेगी। इधर मामले में पटना पुलिस की टेक्निकल सेल भी अनुसंधान में जुट गई है। पटना पुलिस के समक्ष बड़ा सवाल यही है कि आखिर किन परिस्थतियों में सुशांत दो सिम का इस्तेमाल कर रहे थे। और क्यों दोनों सिम उनके नाम पर नहीं था। सिम के संबंध में जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने सिद्धार्थ पैठानी से फोन पर बातचीत की।
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