कैमूर के पहाड़ी क्षेत्र अधौरा में भी एनओएफएन (राष्ट्रीय ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क) बिछाई जा रही है। शीघ्र वहां भी एफटीटीएच (फाइबर टू द होम) कनेक्शन दिए जाने की संभावना है। इसके पहले जिले की अन्य प्रखंडों के ग्राम पंचायतों में सीएससी के जरिए एफटीटीएच कनेक्शन दिए जाएंगे। दरअसल यह कनेक्शन मोबाइल फोन के विकल्प के तौर पर भी सामने आ सकता है।
जानकारों का कहना है कि तकनीक का तेजी से विकास हुआ। बीते दशकों में मोबाइल कारोबार व उपयोग चरम पर रहा है। हाल यह है कि ज्यादातर परिवारों में हरेक हाथ के पास अब एंड्राइड मोबाइल है। संभावना जताई जा रही है कि मोबाइल की जगह अब एफटीटीएच कनेक्शन ले सकेंगे। क्योंकि एफटीटीएच कनेक्शन से कई मोबाइल को हाय नेटवर्क कनेक्टिविटी उपलब्ध हो सकेगी। इससे घरों में स्मार्ट टीवी, लैपटॉप, डेस्कटॉप को भी असीमित डेटा मिल सकेगा।
एफटीटीएच कनेक्शन से गीगाबाइट स्पीड मिलेगा
बीएसएनएल के पदाधिकारी सरोज कुमार ने बताया कि यह कनेक्शन निजी तौर पर भी सीएससी के जरिए दिए जाएंगे। एफटीटीएच कनेक्शन के जरिए वॉइस कॉलिंग फ्री होगा। मोबाइल फोन के तुलना में कई गुना अधिक हाई स्पीड डाटा कनेक्टिविटी मिलेगी। मोबाइल फोन के जरिए केबीपीएस में स्पीड मिलता है। जबकि एफटीटीएच कनेक्शन से गीगाबाइट पर सेकंड तक की स्पीड उपलब्ध हो सकेगी। हालांकि यह प्लान के आधार पर निर्भर करेगा।जिले की अधौरा, भगवानपुर, रामपुर प्रखंडों को छोड़ अन्य प्रत्येक पंचायतों की 5 सरकारी बिल्डिंगों में 1 साल तक निः शुल्क एफटीटीएच कनेक्शन दिए जाएंगे।
डिजिटल इंडिया के तहत क्रांतिकारी कदम होगा
बीएसएनएल के टीडीएम पीडी सिंह ने कहा कि एफटीटीएच कनेक्शन डिजिटल इंडिया के तहत क्रांतिकारी कदम होगा। इससे किसान घर बैठे मंडी का हाल जान सकेंगे। इसके अतिरिक्त देश-दुनिया की खबरों, नई शोध, खोज से अपडेट रहेंगे।
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