एसकेएमसीएच में दोनों आरटीपीएस मशीनें रविवार को दूसरे दिन भी खराब रहीं। पटना से आई इंजीनियरों की टीम रविवार दोपहर बाद एक बजे से ही मरम्मत में जुटी रही। मशीन दूसरे दिन भी खराब रहने के कारण 3000 से अधिक नमूनों की जांच अटकी रही। इससे कोरोना संक्रमण होने या न होने की पुष्टि होने में भी देर हो रही है।
प्राचार्य डॉ. विकास कुमार ने बताया कि रविवार दोपहर 1 बजे से दोनों मशीन लगाने वाली कंपनी के इंजीनियर मरम्मत में लगे हैं। उल्लेखनीय है कि दोनों ही मशीनों से नमूना जांच रिपोर्ट नहीं निकल रही है। जब तक मशीन दुरुस्त नहीं होगी, तब तक जांच रिपोर्ट नहीं आएगी। प्रचार्य डॉ. कुमार ने कहा कि रविवार की अलस्सुबह पटना से 7000 किट मंगवाए गए। लेकिन, मशीन ठीक नहीं होने से जांच अटकी रही।
रुकी पड़ी है चार जिलों के कोरोना संदिग्ध लोगों की जांच
एसकेएमसीएच की आरटीपीसीआर मशीनें खराब होने से मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, सहरसा और सीतामढ़ी आदि जिलों के संदिग्ध कोरोना संक्रमितों के नमूनों की जांच बाधित हो गई है। इधर, स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो आरटीपीसीआर मशीन एसकेएमसीएच भेजने की घोषणा के एक सप्ताह बाद भी मशीन उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है।
कोविड अस्पताल में पहले दिन नहीं पहुंचे मरीज
जिले के कोरोना मरीजों को इलाज के लिए अब पताही कोविड अस्पताल भेजा जाएगा। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉ. शैलेश कुमार ने जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को इसके लिए दिशानिर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि यदि कोई कोरोना संक्रमित मरीज पताही कोविड अस्पताल जाना चाहे, तो उसे वहां भेजें।
ऐसे संक्रमितों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्तर से पताही कोविड अस्पताल भेजा जाएगा। साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लोगों को पताही कोविड अस्पताल में मौजूद सुविधाओं की जानकारी भी लोगों को देने का निर्देश दिया गया है। उल्लेखनीय है कि जानकारी नहीं होने के कारण रविवार को पताही कोविड अस्पताल में एक भी मरीज नहीं पहुंचा।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3k5atYD
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box