1952 के बाद चुनावी राजनीति में बिहार के 68 साल गुजर गए। इन 68 वर्षों में 38 साल तक राज्य की बागडोर चार तक चार मुख्यमंत्रियों श्रीकृष्ण सिंह, लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और नीतीश कुमार के हाथों में रही। 1990 से लेकर 2019 तक यानी लगभग 30 वर्षों तक बिहार की सत्ता या तो लालू परिवार या फिर नीतीश के पास रही।
1990 से 1997 तक दो बार लालू और 1997 से 2005 तक तीन बार राबड़ी देवी ने सीएम पद की शपथ ली। हालांकि, इस बीच एक बार 3 मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 के बीच सात दिनों के लिए नीतीश भी सीएम बने। दरअसल, अगस्त, 1999 के गायसल (किशनगंज) रेल हादसे के बाद नीतीश ने रेल मंत्री के पद से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया था।
हालांकि, इसके साल भर बाद ही 2000 में समता पार्टी और भाजपा के गठबंधन को बहुमत न होने के बावजूद तत्कालीन राज्यपाल भंडारी ने नीतीश को सीएम पद की शपथ दिला दी। बहुमत नहीं होने से उन्होंने इस्तीफा दे दिया। फिर राबड़ी देवी ने शपथ ली।
फरवरी 2005 के चुनाव में किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला और राष्ट्रपति शासन लग गया। 24 नवंबर, 2005 से 24 नवंबर, 2010 के बीच नीतीश की जेडीयू और भाजपा के गठबंधन को पहली बार जनादेश मिला। और इस सरकार ने पांच साल पूरे किए।
सतीश सिर्फ 4 दिन के सीएम, नीतीश ने 7 दिन में छोड़ी थी कुर्सी
26 नवंबर, 2010 से 17 मई, 2014 भाजपा-जदयू गठबंधन की फिर से जीत का चुनाव था। दोनों ने सत्ता में वापसी की। 22 फरवरी, 2015 से 19 नवंबर, 2015 मई, 2014 के लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के ठीक एक दिन बाद नीतीश ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
तब नीतीश ने सीएम पद के लिए जीतनराम मांझी को चुना। लेकिन दोनों में सियासी फासला इतना बढ़ गया कि नीतीश उन्हें हटाकर फिर से सत्ता में वापस आ गए। 20 नवंबर, 2015 से 26 जुलाई, 2017 के बीच भाजपा के खिलाफ वोटों के बिखराव को रोकने के लिए कांग्रेस, जदयू और कांग्रेस के साथ बनी महागठबंधन की सरकार चली जिसके नेता नीतीश थे।
उन्होंने 21 महीने तक ये सरकार चलाने के बाद ये कहते हुए बुधवार को इस्तीफा दे दिया कि इस माहौल में काम करना मुश्किल है। जिसके बाद उन्होंने 27 जुलाई को ही भाजपा के समर्थन से फिर से सरकार बना ली। 1990 से लेकर 2019 तक भले ही बिहार ने 4 मुख्यमंत्री ही देखें हों।
लेकिन इसमें दो बार लालू और तीन बार राबड़ी ने शपथ तो वहीं छह बार नीतीश ने। दूसरे नजरिए से देखें तो अभी तक बिहार के सभी नौ प्रमंडलों से सीएम रहे। बिहार को पहला सीएम श्रीकृष्ण सिंह के रूप में शेखपुरा ने दिया। सतीश प्रसाद सिंह 4 दिन सीएम रहे।
12 सवर्ण मुख्यमंत्री
- श्रीकृष्ण सिंह
- दीप नारायण सिंह
- विनोदानन्द झा
- केबी सहाय
- महामाया प्र. सिन्हा
- हरिहर प्रसाद सिंह
- केदार पाण्डेय
- डाॅ. जगन्नाथ मिश्रा
- चन्द्रशेखर सिंह
- बिन्देश्वरी दूबे
- भागवत झा आजाद
- सत्येन्द्र ना. सिंह
6 पिछड़े वर्ग से
- सतीश प्रसाद सिंह
- बीपी मंडल
- दारोगा प्रसाद राय
- लालू प्रसाद
- राबड़ी देवी
- नीतीश कुमार
3 दलित वर्ग से
- भोला पासवान
- राम सुन्दर दास
- जीतन राम मांझी
1 मुस्लिम
- अब्दुल गफूर
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