 
कोरोना-वायरस के इस दौर में बहुत कुछ बदल गया है। इंटरनेट की उपयोगिता बहुत बढ़ गई है। ऑनलाइन क्लासेज से पढ़ना-पढ़ाना शुरू हो गया है। सेमिनार की जगह वेबिनार ने ले ली है। लोगों के रुटीन भी बदल गए हैं। स्कूल-कॉलेज बंद रहने की वजह से विद्यार्थियों ने देर रात तक आराम से पढ़ने की आदत बना ली है। रात में पूरी शांति होती है और कोई डिस्टर्बेंस नहीं होता है।
इसलिए आजकल विद्यार्थी रात में खूब पढ़ रहें हैं। कुछ ऐसे भी हैं कि उनकी पढ़ाई सुबह होने तक चलते रहती है लेकिन, जो विद्यार्थी 27 सितंबर को आईआईटी में एडमिशन के ख्याल से जेईई-एडवांस की परीक्षा दे रहें हैं, उनके लिए ये आदत खतरनाक साबित हो सकती है। इसलिए अभी समय रहते अपनी आदत बदल लें।
दरअसल ऐसा पहले भी देखा गया है कि देर रात तक पढ़ने वाले विद्यार्थीं को परीक्षा-भवन में नींद आने लगती है। ठीक से नहीं सोने की वजह से सिर में भारीपन बना रहता है। मात्र इस छोटी सी वजह से परीक्षा खराब हो सकती है। इसलिए अच्छा होगा कि अभी से समय रहते अपनी आदत बदल लें। कई बार ऐसी समस्या सुपर 30 के बच्चों के साथ होती है। अब परीक्षा में सिर्फ एक सप्ताह ही बचा है।
जब बच्चे सुबह जल्दी उठने के लिहाज से जल्दी सोने का प्रयास करते हैं तब नींद ही नहीं आती है। इसका एक सरल उपाय है। आप रात में जितना देर तक संभव है, पढ़ें। अगले दिन 5 बजे सुबह ही उठ जाएं। हालांकि नींद अधूरी ही रहेगी। अब दिन में ही खूब नींद आएगी। बावजूद इसके आप सोएं नहीं। पढ़ाई करें।
अगर नींद की वजह से पढ़ने में दिल नहीं लग रहा हो तब कुछ वीडियो देखें, गाने सुनें और कहीं टहलने चले जाएं लेकिन, किसी भी हालत में सोए नहीं। आप देखेंगे कि उस दिन रात में बहुत जल्दी नींद आने लगेगी। 9 बजे तक सो जाएं। फिर सुबह 4 बजे के बाद आपकी नींद कभी भी खुल जाएगी। लगभग 7 घंटें की नींद के बाद काफी फ्रेश महसूस करेंगें।
अगले दिन भी दिन में आपको थोड़ी नींद आएगी। फिर से आप दिन में न सोएं। यहीं प्रक्रिया अगर आप चार-पांच दिनों तक दोहराते रहेंगें तब सुबह जल्दी उठने की आदत पड़ जाएगी। जेईई-एडवांस की परीक्षा 9 बजे से शुरू हो जाएगी और आपको कम से कम 2 घंटे पहले तो सेंटर पर पहुंचना ही होगा। इसके लिए आप यह लक्ष्य निर्धारित करें कि आपको 6 बजे तक सेंटर पर पहुंच जाना है।
मैंने अनुभव किया है कि जीवन में छोटी-छोटी बातों का बड़ा महत्व है। बचे हुए एक सप्ताह में खाने-पीने का भी खूब ख्याल रखें। सादा भोजन करें। तले हुए पकवान से परहेज करें। संभव हो तो रात का भोजन शाम 7 बजे तक कर लें। एक और बहुत छोटी सी घटना मुझे अभी याद आ रही है। एक बार सुपर 30 का एक विद्यार्थी एडवांस परीक्षा के एक दिन पहले अपना नाखून काट रहा था।
इसी दरमियान उसकी एक उंगली थोड़ी सी कट गई। अगले दिन उसे परीक्षा के समय घायल उंगली के चलते बहुत परेशानी हुई। इसलिए आप कम से कम चार-पांच दिनों पहले ही नाखून काट लें। अगर बाल कटवाने की जरूरत है तो वह काम भी चार-पांच दिन पहले ही कर लें। आखिर में सबसे महत्वपूर्ण बात। सतर्क रहें। जितना हो सके कोविड-19 से बचने का प्रयास करें।
अगले एक सप्ताह तो किसी बाहरी से मिले ही नहीं। गाइड लाइन का पालन करें। यह हमेशा याद रखें कि बहुत छोटी लगने वाली बातों की आपके आने वाली परीक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका है।
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