उत्तर बिहार में बारिश से मुजफ्फरपुर से गुजरने वाली तीनों प्रमुख नदियां उफान पर हैं। बागमती का जलस्तर कटौझा में खतरे के निशान से 1.31 मीटर ऊपर है। गंडक के जलस्तर में भी शनिवार को 66 सेमी वृद्धि से साहेबगंज और पारू प्रखंड में दहशत की स्थिति है।
बाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में गुरुवार को करीब चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने का असर शनिवार को साहेबगंज में देखने को मिला। गंडक का पानी प्रखंड की माधोपुर हजारी, बंगरा निजामत, रूपछपरा, हुस्सेपुर, हुस्सेपुर रत्ती पंचायत, वासुदेवपुर सराय के वार्ड-12, देवसर असली, पहाड़पुर मनोरथ के कई इलाकों में प्रवेश कर गया है। जिससे इन पंचायतों के करीब 7 हजार घरों में पानी भर गया है।
औराई, कटरा व गायघाट प्रखंड में बाढ़ विकराल
बूढ़ी गंडक के जलस्तर में सिकंदरपुर में शनिवार की सुबह से 1.08 मीटर की वृद्धि हुई। बागमती का जलस्तर कटौझा में खतरे के निशान 55.23 मीटर से ऊपर 56.54 पर पहुंच गया है। गंडक का जलस्तर रेवा घाट में खतरे के निशान 54.41 से नीचे 53.91 मीटर पर पहुंच गया है। बूढ़ी गंडक का जलस्तर शहर के सिकंदरपुर में खतरे के निशान 52.53 मीटर से नीचे 51.68 मीटर पर पहुंच गया है। बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से कांटी, मीनापुर व मुशहरी प्रखंड में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
बाल्मीकिनगर बराज से लगातार गंडक नदी में पानी छोड़े जाने के कारण बनी ऐसी स्थिति
बाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में गुरुवार को करीब चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने का असर शनिवार को साहेबगंज में देखने को मिला। गंडक का पानी प्रखंड की माधोपुर हजारी, बंगरा निजामत, रूपछपरा, हुस्सेपुर, हुस्सेपुर रत्ती पंचायत, वासुदेवपुर सराय के वार्ड-12, देवसर असली, पहाड़पुर मनोरथ के कई इलाकों में प्रवेश कर गया है। जिससे इन पंचायतों के करीब 7 हजार घरों में पानी भर गया है।
तिरहुत तटबंध एवं गंडक नदी के बीच में बसी इन पंचायतों आबादी पूरी तरह डूब गई है। पानी का बहाव तेजी से रेवा घाट की तरफ हो रहा है। लेकिन शुक्रवार एवं शनिवार को भी बाल्मीकि नगर बराज से पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ का प्रकोप सोमवार-मंगलवार तक रहने की संभावना है।
उधर, बाढ़ के पानी से इमली ढाला से गाछी टोला होते हुए पहाड़पुर जाने वाली सड़क डूब गई है। प्रभावित पंचायतों में तिरहुत तटबंध के अंदर सभी सम्पर्क पथों पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने से आवागमन ठप हो गया है। शनिवार को भी गंडक नदी में 2.80 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वहीं, दूसरी तरफ वर्षा जारी है।
कुढ़नी में भारी बारिश से घर गिरा, 50 हजार की संपत्ति का नुकसान: कुढ़नी प्रखंड के चकिया गांव में भारी बारिश के कारण घर गिर गया। हालांकि, कोई हताहत नहीं हुआ। लेकिन, घर में रखे सामान क्षतिग्रस्त हो जाने से करीब 50 हजार की संपत्ति का नुकसान हो गया। घटना के संबंध में चकिया निवासी गृहस्वामी अरुण पंडित ने बताया कि शुक्रवार की रात भारी बारिश के कारण उनका घर गिर गया। घटना के समय परिवार के लोग दूसरे कमरे में सो रहे थे।
बागमती-लखनदेई के जलस्तर में वृद्धि, कटरा में बाढ़ की स्थिति
बागमती एवं लखनदेई नदी के जलस्तर में शनिवार को हुई वृद्धि के कारण एक बार फिर से कटरा प्रखंड में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। शनिवार को बागमती नदी के जलस्तर में एक फीट से ऊपर की वृद्धि दर्ज की गई। बसघट्टा, बकुची, पतारी, नवादा समेत अन्य सड़कों पर एक से लेकर तीन फीट तक पानी की तेज धारा बह रही है।
बाढ़ का पानी बकुची पावरग्रिड परिसर में प्रवेश कर गया है। जलस्तर बढ़ने पर बाढ़ का पानी देर रात्रि तक मशीन के भीतर प्रवेश कर सकता है। जिससे बिजली आपूर्ति बंद हो सकती है। इधर, बारिश के कारण पहसौल में निर्मित एक जलमीनार ध्वस्त हो जाने की सूचना है।
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