
ग्राहकों से धोखाधड़ी कर लाखों रुपए गबन किए जाने के मामले में बाजपट्टी में संचालित दो सीएसपी संचालकों पर एफआईआर कराने के लिए थाने में आवेदन दिया गया है। इनमें बाजपट्टी के रसलपुर में संचालित ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक मुमताज व मधुरापुर में संचालित ग्राहक सेवा केंद्र की संचालक अजमेरी खातून शामिल हंै। एसबीआई ग्राहक सेवा के असिस्टेंट जनरल मैनेजर ने दोनों केंद्रों के संचालन पर रोक लगा दी है। शाखा प्रबंधक ने दोनों सीएसपी संचालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी हैै।
रसलपुर के ग्राहकों ने दोनों पर लगाया था धोखाधड़ी का आरोप
बाजपट्टी थाना के रसलपुर गांव निवासी देवतिया देवी व राजेंद्र साह ने शिकायत करते हुए 23 नवंबर 2020 को बाजपट्टी के रसलपुर में संचालित ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक मुमताज अहमद व मधुरापुर में संचालित ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक अजमेरी खातून पर धोखाधड़ी कर लाखों रुपए की निकासी कर गबन करने का आरोप लगाया था। इसके बाद जांच टीम का गठन किया गया। टीम ने शिकायत को सत्य पाया और कार्रवाई की अनुशंसा वरीय पदाधिकारियों से की।
जांच टीम की रिपोर्ट पर एसबीआई ग्राहक सेवा पटना के असिस्टेंट जेनरल मैनेजर ने उक्त दोनों सीएसपी संचालकों पर कार्रवाई करने एवं प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया। वरीय पदाधिकारी के आदेश पर दोनों सीएसपी संचालकों का कोड बंद कर तत्काल ग्राहक सेवा केंद्र संचालित करने पर रोक लगा दी गई है।
धोखाधड़ी कर कई बार की गई निकासी
ग्राहक देवतिया देवी की शिकायत पर जांच की गई तो कई मामले सामने आए। जांच में बताया गया है कि शिकायतकर्ता की खाता संख्या 36061848613 से 10 अप्रैल 2020 को एसबीआई सीएसपी रसलपुर बाजार से धोखाधड़ी कर 34100 रुपए की निकासी की गई।
पहली निकासी एसबीआई मधुबन बसहा शाखा के अंतर्गत संचालित सीएसपी केंद्र मधुरापुर से तो दूसरी निकासी एसबीआई जनकपुर रोड शाखा अंतर्गत संचालित सीएसपी रसलपुर से की गई। ग्राहक एक थे और वह भी केवल रसलपुर सीएसपी से टैग था। जबकि इस राशि की निकासी के लिए दो कोड 3A450974 व 3A550588 का उपयोग किया गया। लेकिन, राशि की निकासी सीएसपी रसलपुर से ही की गई है।
मृतक के खाते से निकासी किए जाने का भी है संगीन आरोप
जांच रिपोर्ट व आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार सीएसपी संचालक द्वारा मृतक के खाते से भी धोखाधड़ी कर लाखों रुपए की निकासी की गई है। संचालक द्वारा सीएसपी कोड 3A550588 का उपयोग करते हुए मृत लखन साह की खाता संख्या 35531151901 से 10915 रुपए 12 मई 2018 को निकाला गया है। इस मामले में पुपरी थाना में शाखा प्रबंधक द्वारा 350/2018 एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। इसी प्रकार मरनी देवी के 3556006199 से धोखाधड़ी कर प्रधानमंत्री आवास योजना की 18000 की राशि निकासी की गई।
वसूल की जाएगी गबन की गई राशि
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की जनकपुर रोड शाखा से सीएसपी रसलपुर व एसबीआई मधुबन बसहा शाखा से मधुरापुर सीएसपी संचालित हो रहा था। एक सीएसपी का संचालक पति मो. मुमताज अहमद थे, तो दूसरे सीएसपी संचालक पत्नी अजमेरी खातून थी। दोनों सीएसपी संचालित करने के लिए अलग-अलग जगह निर्धारित की गई थी। लेकिन, पति पत्नी दोनों ने मिलकर दोनों केंद्र एक ही जगह रसलपुर से संचालित कर रहे थे। शाखा प्रबंधक पीएन झा ने बताया कि गबन की गई राशि की वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
कार्रवाई की जानकारी नहीं: संचालक
शिकायतकर्ता राजेंद्र साह व देवतीया देवी ने बताया कि झांसा देकर संचालक द्वारा गबन की शिकायत किए जाने की जानकारी होने पर संचालक ने भी थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। ग्रामीण अवनीश कुमार ने बताया कि संचालक स्थानीय ग्रामीणों पर एफआईआर कर आवाज को दबाना चाहता है। वहीं सीएसपी संचालक मुमताज अहमद ने बताया कि उनका कोड लॉक नहीं है। उन्हें कार्रवाई की कोई जानकारी नहीं हैं। मधरापुर का सीएसपी खराबी के कारण बंद है, जबकि रसलपुर का सीएसपी संचालित है।
दोनों संचालकों के विरुद्ध शिकायत सही पाया गया है। दोनों का सीएसपी कोड बंद कर दिया गया है। ग्राहकों को भी सूचित किया गया है कि उक्त सीएसपी से अगर लेन देन संबंधी किसी भी प्रकार की शिकायत है, तो 14 दिसंबर तक प्रमाण के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- पीएन झा, शाखा प्रबंधक, एसबीआई मधुबन बसहा।
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