फेस्टिवल सीजन के दौरान बिहार में कोरोना आंकड़ों से गायब हो जाता है। दौ सैकड़े के पार ठहरने वाला कोरोना संक्रमण फेस्टिवल सीजन में अंडर 100 हो जाता है। दशहरा, दीपावली, छठ और करवा चौथ का त्योहार हो या फिर न्यू ईयर का बड़ा जश्न, कोरोना का आंकड़ा सुकून देने वाला होता है। दैनिक भास्कर ने त्योहारों पर कोरोना के आंकड़ों की पड़ताल की तो यह चौंकाने वाली बात सामने आई है। राजधानी पटना में न्यू ईयर और दीपावली, दशहरा पर आंकड़ा अंडर 90 रहा, प्रदेश में भी आंकड़ा अंडर 500 ही रहा।
एक जनवरी का आंकड़ा
एक जनवरी को पटना में लिए गए नमूनों की जांच रिपोर्ट 3 जनवरी, रविवार को आई है। पटना में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा अंडर 100 यानि 88 पहुंच गया। इतना ही नहीं, पहली बार बिहार में संक्रमितों का आंकड़ा घटकर 282 पहुंच गया। पटना में जितने लोग एक दिन में संक्रमित आते थे, वह पूरे बिहार में आए।
क्रिसमस पर भी कोरोना का ग्राफ गिरा
25 दिसंबर को लिए गए नमूनों की रिपोर्ट ने भी कोरोना ग्राफ को गिरा दिया। क्रिसमस के एक दिन पहले जो आंकड़ा दो सौ के पार था, वह क्रिसमस के बाद 121 पर जा पहुंचा। इस दिन लिए गए नमूनों की जांच रिपोर्ट भी दो दिन बाद आई थी।
नहाने पर कोरोना में नहीं दिखी तेजी
30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा थी। यह नहाने का दिन होता है। इस दिन भी कोरोना के लिए गए नमूनों की जांच रिपोर्ट राहत देने वाली रही। कोरोना का ग्राफ जहां दो सौ से ऊपर होता था, नहाने के दिन लिए गए नमूनों में सिर्फ 133 लोगों की रिपोर्ट ही पॉजिटिव आई।
छठ में कोरोना हुआ अंडर 100
20 और 21 नवंबर को छठ था। इन दो दिनों में लिए गए नमूनों की जांच की रिपोर्ट 23 नवंबर को आई। आंकड़ा अंडर 100 था। कोरोना का कुल मामला पटना में 97 रहा जबकि प्रदेश में मात्र 385 संक्रमित ही पाए गए।
दीपावली और दशहरा पर भी कोरोना अंडर 90
दीपावली पर भी कोरोना का आंकड़ा पटना में अंडर 100 ही रहा। दीपावली 14 नवंबर को थी और इस दिन जांच के नमूने राहत देने वाले रहे। पटना में जहां कुल मामले 89 आए, वहीं पूरे प्रदेश में संक्रमितों की संख्या महज 247 ही रही। प्रदेश का यह आकड़ा काफी कम रहा है, क्योंकि सामान्य दिनों में इतने मामले सिर्फ पटना में आ जाते हैं। इसी तरह दशहरा में भी कोरोना का आंकड़ा अंडर 90 रहा।
चुनाव में काबू से बाहर था कोरोना वायरस
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान कोरोना काबू से बाहर था। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान कोरोना पटना में कभी अंडर 200 नहीं हुआ। आंकड़ा 250 से 300 तक रहा। प्रथम चरण का मतदान 28 अक्टूबर को था। चुनाव के बाद जांच रिपोर्ट चौंकाने वाली थी। पटना में 308 संक्रमित पाए गए और पूरे प्रदेश में आंकड़ा 1018 था। द्वितीय चरण का मतदान 3 नवंबर का था। इस दिन पटना में 203 संक्रमित मिले। वहीं प्रदेश में 846 संक्रमित पाए गए। वहीं 7 नवंबर को तृतीय यानी अंतिम चरण का मतदान था। 8 को जब जांच रिपोर्ट आई तो चौंकाने वाली थी। पटना में कोरोना संक्रमितों की संख्या 306 थी, जबकि प्रदेश में एक दिन में 1801 नए मामले सामने आए। विहार विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 नवंबर को थी, इस दिन भी एक साथ पटना में कोरोना के 306 मामले आए जबकि प्रदेश में एक दिन में 798 नए मामले आए।
SSB कमांडेंट की सेहत में सुधार
पटना एम्स में भर्ती सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 20वीं बटालियन, सीतामढ़ी के कमांडेंट राजेंद्र कुमार की स्थिति में भी सुधार हो रहा है। रविवार को पलामू झारखंड के डॉक्टर नादिर रिजवी समेत 3 लोग कोरोना को मात देकर डिस्चार्ज हुए। रविवार को 8 नए संक्रमित भर्ती हुए। PMCH की OBS & Gynae विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. शांति सिंह की स्थिति गंभीर बनी हुई है, उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। वे 2.जनवरी की सुबह भर्ती हुईं थीं। वहीं IMA बिहार के वॉयस प्रेसीडेंट डॉ अजय कुमार की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। कोरोना पॉजिटिव होने पर 30 दिसंबर को उन्हें AIIMS में भर्ती कराया गया था।
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