बांझपन से पीड़ित दंपती को आईवीएफ (टेस्ट ट्यूब) तकनीक की सुविधा जल्द ही आईजीआईएमएस में मिलने लगेगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी उपकरण इंस्टाॅल हाे गए हैं। पर कोरोना संक्रमण की वजह से अभी शुरुआत नहीं की जा रही है। इसके लिए अभी करीब दो माह का इंतजार करना पड़ेगा। राज्य में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में आईवीएफ की सुविधा बहाल हाे रही है। प्राइवेट में इसके लिए काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं। लेकिन आईजीआईएमएस में इसके लिए 30-35 हजार रुपए खर्च करने पड़ेंगे। दवा का खर्च अलग हाेगा।
एक छत के नीचे सारी सुविधाएं
रिप्रोडक्टिव मेडिसिन विभाग की हेड डॉ. कल्पना सिंह का कहना है कि आईवीएफ तकनीक के लिए दंपती को सिर्फ 30 से 35 हजार रुपए खर्च करने होंगे। तैयारी पूरी कर ली गई है। उम्मीद है कि डेढ़ से दो महीने में इस तकनीक का लाभ पीड़ित दंपतियाें को मिलने लगेगा। डॉ. कल्पना की मानें तो यहां एक छत के नीचे इनफर्टिलिटी से संबंधित तमाम चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3cWzP6N
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box