Header Ads Widget

Ticker

6/recent/ticker-posts

कच्ची नाली-गली की बची योजनाओं को पूरा कराने पर खर्च होंगे 76 करोड़ https://ift.tt/3lhNwTh

पटना नगर निगम कच्ची नाली-गली योजना के बचे कार्यों को 15 सितंबर तक पूरा कराएगा। मंगलवार को नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति की बैठक में राजधानी में नए बसे माेहल्लों व अन्य कच्ची गलियों के पक्कीकरण एवं कच्ची नाली के पक्कीकरण की योजना के लिए फिर वार्ड समिति की बैठक का प्रस्ताव आया। इस पर निगम प्रशासन ने छठे वेतन आयोग के दिशा-निर्देशों का इंतजार करने की बात कही है।

कच्ची नाली-गली निर्माण मद में सरकार की ओर से 267 करोड़ रुपए पटना नगर निगम को दिए गए हैं। अबतक 190 करोड़ रुपए की योजना पर काम हो चुका है। सरकार की ओर से 76 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। बैठक के बाद नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कहा कि इस राशि को जारी कर योजनाओं को पूरा कराने का निर्णय लिया गया है।

निगम प्रशासन को कच्ची नाली-गली पक्कीकरण की 4325 योजनाएं प्राप्त हुई थीं। इनमें से करीब 3000 योजनाओं को स्वीकृति दी गई। करीब 1325 योजनाएं जीर्ण-शीर्ण सड़कों के पुनरुद्धार की थीं। इसे लेकर अब निगम प्रशासन सरकार की ओर से सहायता मिलने या फिर अपने स्तर पर काम को पूरा कराने पर विचार कर रही है।

मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स व ट्रांसपोर्ट नगर की दुकानों का हाेगा आवंटन

सशक्त स्थायी समिति ने कोरोना संक्रमण से मरने वाले गरीब व लावारिश लोगों के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले निगम कर्मचारियों को प्रोत्साहन भत्ता देने का निर्णय लिया है। हर गरीब व लावारिश कोरोना संक्रमित मृतक को उठाने वाले निगम कर्मचारी को 500 रुपए और अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले निगम कर्मचारियों को एक हजार रुपए प्रोत्साहन भत्ता दिया जाएगा।

बैठक में मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स व ट्रांसपोर्ट नगर की दुकानों व खाली स्थानों के आवंटन प्रक्रिया को भी मंजूरी दी गई। इससे निगम प्रशासन की आय में बढ़ोतरी होगी। बैठक की अध्यक्षता मेयर सीता साहू ने किया। इसमें सशक्त स्थायी समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी, आशीष कुमार सिन्हा, मनोज कुमार, सुचित्रा सिंह, दीपारानी खान, कंचन देवी व विकास कुमार ने भाग लिया।

अनुकंपा पर 186 कर्मियों की नियुक्ति पर चर्चा
बैठक में शवदाहगृह व पशु शवदाहगृह के संचालन के लिए गंगा कार्य प्रमंडल की जगह विद्युत प्रमंडल को देने का निर्णय लिया गया। नगर निगम के शेष बचे कर्मचारियों को पहले व दूसरे एसीपी का लाभ देने की योजना पर चर्चा की गई। इसमें अपर नगर आयुक्त देवेंद्र प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर अगली बैठक में प्रस्ताव तैयार करने का निर्णय लिया गया। अनुकंपा पर 186 कर्मियों की नियुक्ति के मामले पर भी विचार किया गया। इसके अलावा ट्रक माउंटेड स्वीपिंग मशीन सह जेटिंग मशीन और सुपर सकर मशीन सह दो डंप टैंक की खरीद के भुगतान को स्वीकृति मिल गई।

पार्क का नाम बदलने का प्रस्ताव स्थगित, सड़कों का बदलेगा नाम
सशक्त स्थायी समिति ने वार्ड 60 में स्थित चिल्ड्रेंस पार्क का नाम समाजसेवी स्व. रामानंद श्रीवास्तव के नाम पर रखने के प्रस्ताव को स्थगित कर दिया गया। इस पार्क को अभी नेहरू पार्क के नाम से जाना जाता है। नाम बदलने पर विवाद होने को देखते हुए समिति ने प्रस्ताव को ड्रॉप कर दिया। वहीं, सड़कों के नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।

बाहरी बेगमपुर को पारपोखरा से जोड़ने वाली नई सड़क के नामकरण का भी प्रस्ताव समिति के सामने रखा गया। इस सड़क का नाम समाजसेवी शिव बालक महतो के नाम पर रखने का प्रस्ताव है। इसके अलावा राजेंद्रनगर ओवरब्रिज से बाइपास को जोड़ने वाली सड़क का नाम रामाश्रय प्रसाद सिंह के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया है। नाम बदलने का प्रस्ताव कैबिनेट सचिवालय को भेजा गया है।
लंबे समय तक नहीं हो पाएगा जलजमाव
बैठक में जलजमाव से निपटारे की योजना पर भी चर्चा हुई। नगर आयुक्त ने कहा कि नालों की सफाई का काम पूरा हाे गया है। एक दिन में 100 मिलीमीटर बारिश होने पर तीन से चार घंटे में पानी को शहर से निकाल दिया जाएगा। 150 मिलीमीटर बारिश की स्थिति में छह घंटे और 200 मिलीमीटर बारिश हाेने पर 10 से 12 घंटे में पानी को पूरा निकाल दिया जाएगा। राजधानी के सभी 40 संप हाउस अभी चालू है। आउटफॉल नालों में पानी का बहाव बाधारहित जारी है। तीसरी बार नालों की सफाई कराई जा रही है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2Yxo6XY

Post a Comment

0 Comments