पटना नगर निगम ने स्लम डेवलपमेंट के लिए कार्यक्रम तैयार किया है। स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में पिछड़ने के बाद नगर निगम की ओर से उन जगहों को चिह्नित किया जा रहा है, जहां से कूड़ा का उत्सर्जन सबसे अधिक होता है। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कहा कि राजधानी के 110 स्लम में कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
12-13 साल से 19 साल तक की बच्चियों को सैनिटरी नैपकिन योजना से जोड़ा जाएगा। इस योजना पर मासिक दो से तीन लाख रुपए का खर्च आएगा। बच्चों की पढ़ाई कोरोना काल में काफी बाधित हुई है। इसे लेकर निगम प्रशासन ने केबल नेटवर्क के साथ करार किया है। पांच सितंबर से दो घंटे केबल टीवी पर एजुकेशनल वीडियो चलाए जाएंगे।
10 स्लम में सड़क बनेगी, शुरू होंगे कई अन्य काम
स्लम में सड़कों का निर्माण कराया जाएगा। पानी न जमा हो, इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। प्रॉपर हाइजीन और टॉयलेट सुविधा का भी विकास किया जाएगा। पहली कड़ी में अभी 10 स्लम में काम शुरू किया जा रहा है।
लगातार कार्य: स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 पर नगर आयुक्त ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण अप्रैल से दिसंबर, 2019 के बीच किए गए कार्यों के आधार पर किया गया है। इस साल नगर निगम ने कई कार्य किए हैं। ऐसे में अगली बार की रैंकिंग बेहतर होगी।
1 अक्टूबर से गीला और सूखा कचरा का अलग-अलग उठाव
नगर आयुक्त ने गीला व सूखा कचरा के अलग-अलग उठाव की तिथि का निर्धारण कर दिया है। 30 सितंबर के बाद यानी 1 अक्टूबर से राजधानी में गीला व सूखा कचरा का अलग-अलग उठाव कराया जाएगा। इस संबंध में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सूखा कचरा से प्लास्टिक को अलग कर उसकी प्रोसेसिंग का प्लांट गर्दनीबाग में शुरू हो गया है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2Ek4UpY
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box