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गमछा से गला दबा दो महादलितों की हत्या, दो दिनो पहले निकले थे मछली मारने https://ift.tt/31DQgSN

एकरासी गांव में उस समय अफरातफरी मच गई। जब गांव के दो महादलितों की हत्या कर गांव के उत्तर साइड बधार में फेंका हुआ मिला। जैसे ही मृत पड़े लोगों को ग्रामीणों ने देखा। यह बात गांव में आग की तरह फैल गई। धीरे-धीरे बधार में लोगों का जुटना शुरू हो गया है।

मृतकों की पहचान एकरासी गांव के वार्ड नंबर 8 के रामेश्वर मुसहर, पिता शिवधर्म मुसहर (उम्र 34 वर्ष) तथा दूसरा पंजु मुसहर, पिता बृज बिहारी मुसहर के रूप में हुई। घटना की सूचना मिलते ही दोनों मृतकों की पत्नियां मौके पर पहुंची और अपने पति का पहचान कर बिलख -बिलख कर रोने लगी।

मौके पर एकरासी के मुखिया संतोष यादव और माले प्रखंड सचिव वीरेंद्र सिंह पहुंच गए। वही मृतक की पत्नी पार्वती देवी ने बताया कि मेरे पति बुधवार को संध्या में मछली मारने के लिए गए थे। इसके बाद से वह घर नहीं आय। उसने कहा कि हमने कई जगह गायब होने की बात बताई।
पहले भी हुई थी मछली मारने में बकझक
घटनास्थल पर मौजूद लोगों में कानाफूसी हो रही थी। लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि उक्त आहर से मछली मारने के मामले में पूर्व में भी बकझक हुई थी। बताया जा रहा है कि दोनों चोरी चुपके रात को मछली मार लेते थे। लेकिन, मना करने पर भी नहीं मान रहे थे। लोगों का मानना है कि हत्या को अंजाम इसी गांव के लोगों ने दिया है।

मृतका की पत्नी ने मुखिया और थाने से लगाई थी फरियाद

गांव के ही लोगों पर हत्या का आरोप
मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया है कि गांव के ही कमलेश चौधरी उर्फ अवधेश चौधरी पिता बंशीधर चौधरी ने इन दोनों की हत्या की है। उन्होंने कहा कि जहां पर इनकी हत्या हुई है। यह दोनों उसी तरफ मछली मारने के लिए गए थे। हालांकि यह आहर लीज पर लिया गया था। इस आहर को एकरासी गांव के ही कमलेश चौधरी उर्फ अवधेश चौधरी ने लीज पर लिया है। मृतक की पत्नी ने आरोप सीधे सीधे कमलेश चौधरी उर्फ अवधेश चौधरी पर लगाया है। मृतक की पत्नी रोते बिलखते बेहोश हो जा रही थी।

मौके पर मिला तीन चप्पल और लाल गमछा
जिस तरीके से इन दोनों की हत्या हुई है। उसे देखने से यह स्पष्ट हो रहा है कि इन लोगों की हत्या एक दो लोगों ने नहीं किया होगा। बल्कि उनकी संख्या अधिक होगी। क्योंकि इस आहर के पास तीन चप्पल टूटा पड़ा मिला। वहीं एक नया गमछा भी पड़ा था।

बताते चलें कि इनकी दोनों मृतक की लाश आहर से लगभग 200 मीटर दूर पर धान के खेत में पड़ा मिला। जिस खेत में फेंका गया था। वहां देखने से ऐसा नहीं लग रहा था कि इनको खेत में मारा गया होगा। क्योंकि धान की फसल कहीं से टूटी -बिखरी नहीं थी। देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे इन लोगों को मारने के बाद आसानी से उस खेत में ले जाकर के फेंक दिया गया हो।

पोस्टमाॅर्टम के लिए भेजा शव : एसडीपीओ
घटना की सूचना पाकर डुमरांव एसडीपीओ केके सिंह व बगेन थानाध्यक्ष सियाराम सिंह पहुंच चुके थे। शाम तक इन दोनों की लाश उसी में पड़ी रही। अंततः एसडीपीओ केके सिंह की पहल के बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उन्होंने बताया कि घटना की जांच चल रही है। दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।

दोहरे हत्याकांड से इलाके में दहशत
दोहरे हत्याकांड से इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त है। महादलित परिवार की हत्या होने से यहां तनाव व्याप्त है। बताया जाता है कि पूर्व में भी यहां हत्याएं हुई है। दोनों मछुआरा मछली मारने के लिए दो दिन पहले घर से निकले थे।



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Two Mahadalits who went fishing, strangled to death in a throne


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