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22 सदर अस्पतालों में सीटी स्कैन से डिजिटल एक्सरे तक की होगी व्यवस्था https://ift.tt/3nPN4wi

राज्य के 38 सदर अस्पतालों में से 22 को फस्ट फेज में आधुनिक अस्पताल के रूप में विकसित करने की योजना है। यह सभी सदर अस्पताल हाईटेक होंगे। मरीजों को बेहतर इलाज की व्यवस्थाएं व सुविधाएं मिलेंगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन अस्पतालों में कई की सुविधाएं शुरू करने की तैयारी की जा रही है।

जिले के सदर अस्पतालों में मरीजों को अब डायलिसिस, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और डिजिटल एक्सरे की सुविधाएं मिलेंगी। हालांकि इसमें से कुछ सुविधाएं पहले कुछ सदर अस्पतालों में दी जा रही है। वहीं जिन अस्पतालों में यह सुविधा नहीं मिल रही है उसके लिए विभाग ने अधिकारियों को स्थान चिह्नित कर आगे की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
मरीजों को सीटी स्कैन की सुविधा: अब सदर अस्पतालों में मरीजों को सीटी स्कैन की सुविधाएं उपलब्ध करवाने की तैयारी है। इससे जरूर मंद मरीजों को इलाज को लेकर काफी सहूलियत होगी।अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधाएं मिलने से मरीजों को अस्पताल से बाहर निजी क्लीनिकों का चक्कर लगाना नहीं पड़ रहा है। इस सुविधा से गरीब तबके परिवारों के जरूरतमंद मरीजों को काफी इलाज कराने के लिए राहत मिली है।
मरीजों को मिलेगा फायदा: सदर अस्पताल में शीघ्र ही डायलिसिस की सुविधाएं शुरू होगी। इससे मरीजों को इलाज करवाने में काफी सहूलियत मिलेगी। अस्पतालों में यह सुविधाएं नहीं होने के कारण मरीजों को काफी परेशानी होती है। अब सदर अस्पताल में मरीजों को मुफ्त में डायलिसिस सहित कई सुविधाएं मिलेगी तो, इससे गरीब मरीजों को काफी फायदा होगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य के 22 सदर अस्पतालों को आधुनिक बनाया जाएगा। इन अस्पतालों में सीटी स्कैन, डिजिटल एक्सरे और डायलिसिस समेत कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध होगी।

दाे फेज में हाेगा आरा-मोहनिया 4 लेन के चौड़ीकरण का काम

पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने आरा-मोहनिया 4 लेन पथ के चौड़ीकरण का काम शीघ्र प्रारंभ करने का निर्देश एनएचएआई को दिया है। 1742 करोड़ की लागत से 116 किलोमीटर लंबी इस सड़क के चौड़ीकरण का कार्य दो फेज में होगा। भूमि अधिग्रहण कार्य पूरा हो चुका है। भारत माला परियोजना के अंतर्गत इस पथ को 4 लेन में चौड़ीकरण की स्वीकृति दी गयी है।

प्रधानमंत्री ने बीते 21 सितंबर को शिलान्यास किया था। परियोजना का कार्यान्वयन दो फेज में किया जाना है। पहले खंड में मोहनिया से पररिया तक 856 करोड़ की लागत से 61 किलोमीटर और दूसरे खंड में पररिया से आरा के निकट असनी तक 886 करोड़ की लागत से कुल 55 किलोमीटर लंबाई में 4 लेन पथ का निर्माण होगा।

निर्माणाधीन इस पथ को पटना-आरा-बक्सर पथ के साथ जोड़ने के लिए असानी से वामपाली तक ग्रीनफील्ड (हरित क्षेत्र) इलाके में भी 4 लेन चौड़ी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि भारत माला परियोजना के अंतर्गत पटना-सासाराम ग्रीनफील्ड एलाइनमेंट पर 4/6 लेन सड़क निर्माण के लिए भू अर्जन कराने की स्वीकृति एनएचएआई ने दे दी है।

इस परियोजना के पूरा होने से पटना से वाराणसी के बीच आवागमन सुगम हो जाएगा। स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना (दिल्ली-कोलकाता मार्ग) से 4 लेन संपर्कता मिल जाने से आरा और पटना जैसे बड़े शहरों को माल ढोने में भी सुगमता होगी।

युवाओं को रोजगार देने की पहल

राज्य के 19 सरकारी आईटीआई में एनसीवीटी के तहत प्रशिक्षण की अनुमति मिल गई। श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने बताया कि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार पाने के लिए सक्षम बनाने की दिशा में यह सकारात्मक पहल है। इन संस्थानों में नेशनल काउंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) के तहत प्रशिक्षण होगा। केंद्र ने 22 दिसंबर को इसकी स्वीकृति दे दी।
इन आईटीआई में प्रशिक्षण की अनुमति : पूर्णिया के धमदाहा, महिला आईटीआई मरंगा, कटिहार के बरसोई, कैमूर आईटीआई, मुजफ्फरपुर पश्चिम, अरवल महिला आईटीआई, बक्सर, पटना के पालीगंज, बेगूसराय महिला आईटीआई, तारापुर मुंगेर, दाउदनगर औरंगाबाद, बाबा केवल महाराज आईटीआई दरबा समस्तीपुर, हाजीपुर वैशाली, आरा, मढ़ौरा सारण, महिला आईटीआई नवादा, महिला आईटीआई सीतामढ़ी, ठाकुरगंज किशनगंज, शेखपुरा।



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System will be available from CT scan to digital x-ray in 22 Sadar hospitals


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