अब जिले के एड्स मरीजों को इलाज और दवा के लिए पटना जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। विश्व एड्स दिवस पर आज से सदर अस्पताल में एचआईवी जांच से लेकर दवा तक की सारी सुविधा मिलने लगेगी। एआरटी के लिए नियुक्त सभी कर्मिर्यों को एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया गया है ताकि मरीजों की जांच, दवा और काउंसिलिंग में कोई समस्या नहीं हो।
भवन पूरी तरह तैयार है। फर्नीचर सहित सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध करा दिए गए हैं। सीएस डॉ. राम सिंह ने बताया कि पहले एचआईवी संक्रमित मरीजों को दवा तो दी जाती थी लेकिन अंतिम जांच के लिए पटना जाना पड़ता था। जिससे उन्हें परेशानी होती थी। लेकिन अब उन्हें वह सारी सुविधा जिले में ही मिलेगी जिसके लिए पटना जाना पड़ता था।
छह माह पहले मिली थी स्वीकृति
मरीज की पहचान और निजता सुरक्षित रखने के भी यहां इंतेजाम किये गए हैं। मरीजों को जांच कराने में संकोच न हो इसके लिए सेंटर अलग बनाया गया है। हालांकि 6 माह पहले ही एआरटी सेंटर बनाने क स्वीकृति मिली थी। लेकिन टेक्निशियन व अन्य कर्मियों की नियुक्ति नहीं होने के कारण इसकी शुरूआत नहीं की जा रही थी। लेकिन अब सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। विश्व एड्स दिवस के मौके पर सेंटर की शुरूआत की जाएगी। इससे संबंधित सारी तैयारियां पूरी है।
तैनात किए गए हैं ट्रेंड कर्मी
एआरटी सेंटर को सुचारू रूप से संचलित करने में किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए सेंटर में नव नियुक्त टेक्निशियन, जीएनएम व अन्य कर्मियों को पटना में एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही आईटीसी सुपरवाइजर को भी विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। ताकि जिल स्तर पर आने वाली छोट-छोटी समस्याओ को आसानी से निपटा जा सके।
2 हजार लोगों को दी जा रही दवा
आईटीसी सुपरवाईजर रीता कुमारी ने बताया कि यहां से फर्स्ट और सेकेंड दोनो लाइन के मरीजों को दवा दी जा रही है। वर्तमान में यहां करीब 2 हजार मरीजों को दवा उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसमें अधिकांश फर्स्ट लाईन की दवा ले रहे लोग ही हैं। एआरटी सेंटर खुलने के बाद सबसे बड़ी सुविधा जांच की होगी। प्रति माह करीब 4-5 लोगों को एचआईवी की फाइनल जांच के लिए पटना जाना पड़ता है।
आने वाले पीढ़ी होंगे एचआईवी से मुक्त
आईटीसी सुपरवाईजर ने बताया कि एआरटी सेंटर खोलने का मुख्य उद्देश्य आने वाले पीढ़ियों को एचआईवी से मुक्त करना है। अभी गर्भवती महिलाओं को एचआईवी से संक्रमित होने पर दवा की पूरी डोज खिला दी जाती है। जिससे बच्चे को संक्रमण से रोका जा सकता है। वर्तमान रिपोर्ट के मुताकिब 0.01 प्रतिशत नवजात के संक्रमित होने के रिपोर्ट मिले हैं।
एड्स दिवस पर होगा शुभारंभ
सीएस ने बताया कि एआरटी सेंटर की पूरी तैयारी कर ली गई है। भवन मरम्मत करने के साथ-साथ आवश्यक उपकरण की खरीदारी कर ली गI है। नियुक्त किए गए सभी कर्मियों को प्रशिक्षण दे दिया गया है। विश्व एड्स दिवस पर इसका शुभारंभ किया जाएगा। उद्घाटन के साथ ही सेवा शुरू कर दी जाएगी।
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