लॉकडाउन में नोएडा, सूरत, लुधियाना, दिल्ली, अमृतसर, जैतपुर, कतर आदि जगहों से लौटे बेतिया के लोगों ने बिहार सरकार की मदद से अपने हुनर का ऐसा कमाल दिखाया कि अब उनके बनाए सामान दूसरे राज्यों-देशों में जा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, गुरुवार को चनपटिया स्टार्टअप जोन में यह सब देखकर इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने बिहार के तमाम जिलों में इस ‘चनपटिया मॉडल’ को लागू करने का अफसरों को निर्देश दिया। उन्होंने यहां और सुविधाएं बढ़ाने की भी बात कही।
सबकुछ देखने, जानने के बाद मीडिया से मुखातिब मुख्यमंत्री ने कहा-यहां की तरह ही सभी जिलों में काम किया जाएगा। कई जिलों में काम शुरू भी हुआ है। उद्योग लगाने वालों को सरकार द्वारा मदद की जा रही है। बाहर से सामान मंगवाने और यहां के माल को बाहर भेजने में सरकार सहयोग करेगी। इसको लेकर सारी बातें हो चुकी है। हमारा मकसद है कि बिहार में रोजगार के अवसर तेजी से पैदा किए जाएं। हम उद्योगों को बढ़ावा देने में लगे हैं। छोटे-छोटे उद्योगों के जरिये बहुत सारे लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
नई तकनीक से लोगों को किया जाएगा ट्रेंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय 2 के तहत नई टेक्नोलॉजी को लेकर लोगों को ट्रेंड किया जाएगा। मुआयना के दौरान कारीगरों, उद्यमियों से रॉ मेटेरियल, उत्पादों की मार्केटिंग, उत्पादों की गुणवत्ता, उनकी कीमत, नई तकनीक एवं मशीनों के माध्यम से राेज बनाए जा रहे तरह-तरह के उत्पादों की संख्या के साथ उनकी जरूरतों व दिक्कतों के विषय में विस्तृत जानकारी ली।
बिहार में ईको टूरिज्म को दे रहे हैं बढ़ावा
सीएम ने मदनपुर-वाल्मीकिनगर पथ का निरीक्षण किया। काम को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया ताकि वाल्मीकिनगर आने वाले पर्यटकों को परेशानी न हो। उन्होंने इंडो-नेपाल बॉर्डर रोड प्रोजेक्ट, गंडक बराज का मुआयना तथा वाल्मीकिनगर के ईको पार्क का भ्रमण किया। मीडिया से बात करते हुए कहा-इस सड़क को डेढ़-दो साल पहले भी मैंने यहां आकर देखा था।
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