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मगरदहीघाट स्लुईस गेट से रिसाव शहर में घुसा बूढ़ी गंडक का पानी https://ift.tt/30T05Lz

मगरदहीघाट स्थित स्लुईस गेट से रविवार दोपहर रिसाव शुरू हो गया। जिससे शहर के नीमगली, घोषलेन, आर्य समाज रोड, गुदरी बाजार आदि इलाके में बूढी गंडक नदी का पानी घुस गया। जिससे लोगांे के बीच दहशत का माहौल कायम हो गया। स्लुईस गेट से रिसाव की सूचना के बाद बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंताओं के साथ नगर परिषद के इंजीनियरों ने स्लुईगेट का निरीक्षण किया।

रिसाव को बंद करने के लिए बालू भड़े बोरे को स्लुईस गेट के रास्ते पर डाल कर बंद किया गया। बाढ़ नियंत्रण विभाग के ईई अरूण प्रसाद ने बताया कि स्लुईस गेट पूरी तरह से सुरक्षित है। नदी का लेवल बढ़ने से थोड़ा रिसाव आम बात है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। स्लुईस गेट को बंद कर दिए जाने के कारण बांध से सटे इलाके में पानी लगा है।
जानकारी अनुसार दोपहर अचानक लोगों ने मगरदहीघाट स्थित स्लुईगेट से पानी रिसाव होता देख हल्ला मचाया। कुछ देर में ही बांध से सटे नीमगली, गुदरी, घोषलेन, आर्यसमाज रोड, पुरानी पोस्टऑफिस रोड आदि मोहल्ला में सड़क पर पानी भर गया। नीमगली मोहल्ला के तो कई घरों में एक फीट तक पानी लग गया है। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मोहल्ले में अचानक पानी भरने से सहमे लोग

दोपहर में अचानक नीमगली, घोषलेन, आर्यसमाज रोड आदि इलाके में पानी लग जाने से लोग बाढ़ की आशंका से सहम उठे। लोगांे का कहना था कि स्लुइस गेट बंद होने के कारण शहर का पानी नहीं निकल रहा है। ऊपर से स्लुइस गेट के रिसाव के कारण और परेशानी बढ़ गई है। नीमगली के कई घरों में बेड रूम तक पानी भर गया है। रास्ते पर दो से ढाई फीट पानी लगा है। नगर परिषद ने दो बड़ा पंप लगा कर पानी निकासी शुरू की।

स्लुइस गेट से रिसाव नहीं हो रहा। नदी का जलस्तर बढ़ने से परेशानी होती है। बालू का बोरा डालकर स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है। वर्षा के पानी से शहर में जलजमाव है। -अरुण प्रसाद, ईई, बाढ़ नियंत्रण विभाग

रिसाव की सूचना के बाद दो बड़ा पंप से पानी की निकासी शुरू की गई है। बावजूद पानी कम नहीं रहा है। ऐसी स्थिति में रिसाव के कारण ही संभव है। वह मौके पर कैंप कर रहे हैं। -रजनीश कुमार, ईओ नप।



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Leakage from the Mardahighat Sluys Gate enters the city as old Gandak water


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