कोरोना संक्रमण के बीच बिहार विधानसभा के चुनाव में प्रचार और जनसभाएं कैसे हों इस पर राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव आयोग को सुझाव देने की समय सीमा मंगलवार को पूरी हो गई। चुनाव आयोग ने मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों को 11 अगस्त सुझाव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। इसके पहले आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से 31 जुलाई तक सुझाव देने के लिए कहा था लेकिन इसके बावजूद कई राजनीतिक दलों ने अपनी ओर से सुझाव नहीं दिया था। इसको देखते हुए आयोग ने दोबारा समय सीमा 11 अगस्त तक बढ़ा दी थी जो मंगलवार को पूरी हो गई।
राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए सुझाव के आधार पर चुनाव आयोग गाइडलाइन तैयार करेगा। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना संक्रमण के बावजूद बिहार में समय पर विधानसभा का चुनाव होगा। इसको देखते हुए यह कयास लगाया जा रहा है कि चुनाव आयोग राजनीतिक दलों के लिए चुनाव प्रचार और जनसभाओं से जुड़ी गाइडलाइन जल्द ही जारी करेगा। चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चुनाव के दौरान कई तरह के एहतियात बरते जाएंगे।
कोरोना के कारण बिहार में चुनाव के हालात नहीं
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने अभी की स्थिति में बिहार विधानसभा चुनाव का खुलकर विरोध किया है। पहली बार उन्होंने इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि बिहार के हालात अभी विधानसभा चुनाव कराने के लायक नहीं हैं। कोरोना संक्रमण के कारण स्थिति गम्भीर बनी हुई है। इसका लगातार फैलाव हो रहा है। आने वाले समय में इसका स्वरुप क्या होगा और यह कितना फैलेगा, कोई नहीं जानता।
ऐसे में चुनाव कराकर हम बड़ी आबादी को मुसीबत में डाल देंगे। चुनाव में लाखों कर्मियों को ड्यूटी लगेगी, इससे संक्रमण और फैलने का खतरा भी उत्पन्न होगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उनके पुत्र चिराग पासवान भी सार्वजनिक रूप से बिहार विधानसभा चुनाव कराए जाने का विरोध कर चुके हैं। लोजपा ने चुनाव आयोग को सौंपे अपने लिखित सुझाव में भी चुनाव कराए जाने पर आपत्ति की है।
चुनाव पर किसी राजनेता के बयान का कोई मतलब नहीं है: त्यागी
जदयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि चुनाव कराना निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी है। आयोग एक नहीं तीन-तीन मौकों पर कह चुका है कि बिहार में चुनाव तय समय पर होंगे। इसलिए विधानसभा के चुनाव को लेकर किसी भी राजनेता का बयान अब कोई मतलब नहीं रखता है। त्यागी ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को अपनी राय रखने का अधिकार है। इसी वजह से चुनाव के मुद्दे पर वे अपनी बात रख रहे हैं। अंतिम फैसला तो आयोग को ही करना है।
चुनाव आयोग बिहार में 37000 अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाने की तैयारी कर रहा है। वोटिंग अवधि भी 2 घंटे बढ़ाने पर विचार हो रहा है। त्यागी ने कहा कि जदयू और भाजपा बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। जदयू ने चुनाव आयोग को सुझाव दिया है कि एक ही चरण में वोटिंग कराई जाए। इस दौरान गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जाए। कोरोना संकट के बीच दक्षिण कोरिया, पोलैंड, सिंगापुर, मंगोलिया, बुरुंडी, श्रीलंका और बेलारूस में चुनाव हो चुके हैं।
एनडीए के एजेंट की तरह बयान दे रहे महागठबंधन के सहयोगी : तेजस्वी
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने प्रवक्ताओं से कहा कि महागठबंधन के मसले पर सहयोगी दल के कुछ नेता एनडीए के एजेंट की तरह बयान देते हैं। ऐसे में राजद प्रवक्ताओं के ऊपर बड़ी जिम्मेवारी हैं। महागठबंधन धर्म को नुकसान पहुंचाए बिना ऐसे नेताओं को तरीके से जवाब देना है। बिहार में चुनाव होना है और एनडीए के प्रवक्ता जानबूझकर कोरोना, बाढ़ के मसले से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए फिजूल के मसलाें को तरजीह देते हैं।
बाढ़ और कोरोना से त्राहिमाम की स्थिति है। सरकार इसे गंभीरता से ले। मंगलवार को वे 10 सर्कुलर रोड में राजद के प्रवक्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर तेजस्वी ने मृत्यंजय तिवारी को राजद का मीडिया काे-ऑर्डिनेटर बनाने की घोषणा की। बैठक में मुख्य प्रवक्ता विधायक भाई बिरेंद्र, विधायक रामानुज प्रसाद, समीर महासेठ, राजेंद्र राम, एज्या यादव और अख्तरुल साहिन, चितरंजन गगन, मृत्युंजय तिवारी, सारिका पासवान, संजीव सहाय, प्रशांत मंडल थे।
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