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पत्नी को नौकरी व मुआवजे के लिए सफाईकर्मी का शव पुरानी गुदरी चाैक पर रख 4 घंटे हंगामा https://ift.tt/2KqPlj0

अघाेरिया बाजार चाैक पर नगर निगम के ट्रैक्टर से कुचलकर मरे डेलीवेज सफाईकर्मी सुरेश महताे का शव पाेस्टमार्टम के बाद पुरानी गुदरी चाैक के पास रख कर मुआवजे के लिए रविवार काे जमकर हंगामा किया गया।

आक्रोशित लोगों ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सुरेश की पत्नी कविता व तीन छाेटे-छाेटे बच्चे परिवार में हैं। अब कमाने वाला काेई नहीं है। सुबह 11.30 बजे से शाम 3 बजे तक साढ़े चार घंटे तक हंगामा हाेता रहा लेकिन नगर निगम व जिला प्रशासन की ओर से काेई माैके पर नहीं पहुंचा।

नगर थानेदार ओम प्रकाश और विधायक विजेंद्र चाैधरी के पहुंचने के बाद नगर निगम के कर्मचारी संघ के अधिकारी अशाेक कुमार सिंह पहुंचे। उन्हाेंने हंगामा कर रहे परिजन व अन्य सफाई कर्मियाें से कहा कि डेलीवेज कर्मचारी काे काम के दाैरान मृत्यु पर काेई राशि देय नहीं है। लेकिन सुरेश बीते 16 वर्ष से काम कर रहा है।

इसके पीएफ की राशि जरूर मिलेगी। संघ की ओर से भी सहायता राशि दी जाएगी। सुरेश की जगह उसकी पत्नी कविता काे डेलीवेज पर झाड़ू देने के लिए नगर निगम में रखवाने का भी भराेसा दिया। नगर थानेदार की पहल पर मुशहरी अंचल के हलका कर्मचारी माैके पर पहुंचे।

उन्हाेंने तत्काल अंत्येष्टि के लिए 20 हजार रुपए भुगतान करने का आश्वासन दिया। कहा कि मृत्यु प्रमाणपत्र मिलने के बाद 4 लाख रुपए की राशि दिलवाने की पहल की जाएगी।

सड़क जाम के दौरान किसी ने निकलने की कोशिश की तो हाथापाई तक झेलनी पड़ी

सड़क जाम के दौरान कई राहगीर और वाहन सवारों से नोकझोंक भी होती रही। यदि किसी वाहन सवार ने निकलने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने हाथापाई तक कर दी। हालांकि, उसी में से कुछ ने बीच-बचाव किया।

निगम के जिस ट्रैक्टर से दुर्घटना हुई उसका न ताे फिटनेस है और न बीमा

अघाेरिया बाजार में नगर निगम के जिस ट्रैक्टर से कुचलकर सफाई कर्मचारी सुरेश महताे की माैत हुई, उस ट्रैक्टर काे पुलिस ने जब्त कर लिया है। काजी माेहम्मदपुर थाने की पुलिस ने ट्रैक्टर के कागजात की जांच की तो पता चला कि गाड़ी का न ताे बीमा है और न ही फिटनेस सर्टिफिकेट। जिस ट्राॅली से दुर्घटना हुई है उसका निबंधन भी नहीं कराया गया है।

वर्ष 2016 में ट्रैक्टर का निबंधन है। गाड़ी निबंधन के समय दाे साल के लिए फिटनेस बना। उसके बाद फिटनेस भी नहीं कराया गया। बीमा नहीं कराने के कारण मामला पेंचीदा हाे सकता है। दूसरे दिन सफाईकर्मी के भाई उमेश ने काजी माेहम्मदपुर थाने में दुर्घटना की एफआईआर कराई तब चालक को छोड़ा गया।



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सफाईकर्मी के शव को सड़क पर रख कर रविवार काे पुरानी बाजार चाैक पर जाम करते परिजन व अन्य लोग।


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